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पटना : 50 हजार मरीजों की नहीं हुई पैथोलॉजी जांच, भटकते रहे मरीज
बिहार में मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन काउंसिल के गठन की मांग पटना : प्रदेश स्तरीय हड़ताल के कारण पटना सहित पूरे बिहार के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में गुरुवार को स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो गयी.दरअसल समूचे प्रदेश में लैब टेक्नीशियनों के हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीजों को पैथोलॉजी जांच के लिए भटकना पड़ा. खास […]
बिहार में मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन काउंसिल के गठन की मांग
पटना : प्रदेश स्तरीय हड़ताल के कारण पटना सहित पूरे बिहार के सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में गुरुवार को स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल हो गयी.दरअसल समूचे प्रदेश में लैब टेक्नीशियनों के हड़ताल पर चले जाने के कारण मरीजों को पैथोलॉजी जांच के लिए भटकना पड़ा. खास कर डेंगू और बुखार के प्रकोप से परेशान मरीजों को हड़ताल ने बेदम कर दिया. हड़ताल का सबसे अधिक असर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल और इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में देखने को मिला. सूबे के सबसे बड़े अस्पतालों में शामिल इन दोनों अस्पतालों में 70 प्रतिशत मरीजों की जांच नहीं हो पायी.
पांच हजार मरीजों की नहीं हुई
जांच : पीएमसीएच व आईजीआईएमएस में सुबह हड़तालियों ने हंगामा कर पैथोलॉजी लैब को बंद करा दिया. लैब बंद होने से पहले महज 30 प्रतिशत मरीजों की जांच हुई थी. लैब में ताला लग जाने के कारण पैथोलॉजी जांच पूरी तरह से ठप हो गयी. पटना में सभी अस्पताल मिला कर पांच हजार और पूरे बिहार में करीब 50 हजार मरीजों की पैथोलॉजी जांच नहीं हो पायी है.
बिलखते रहे मरीज, नहीं पसीजे हड़ताली
पैथोलॉजी लैब में जब जांच नहीं हो पायी, तो नाराज मरीज दुबारा ओपीडी में बैठे डॉक्टरों के पास पहुंचे. लेकिन लाचार डॉक्टर मजबूर हो गये और अगले दिन जांच सेंटर खुलने का भरोसा दिलाया. इतना ही नहीं मरीज परिसर में धरना स्थल पर बैठे लैब टेक्नीशियन के पास पहुंचे और जांच करने की बात कही. पूरे दिन मरीज अस्पताल में बिलखते रहे.
जांच के लिए भटकते रहे मरीज
पीएमसीएच में सुबह 10 बजे से ही मरीजों को दिक्कत का सामना करना पड़ा. दूर-दराज से आये मरीजों की जांच नहीं हो सकी. हालांकि लैब में जांच के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से स्थायी लैब असिस्टेंट को लगाने की बात कही गयी, लेकिन वे नाकाफी साबित हुए. लैब कर्मचारियों ने परिसर में बैठ प्रशासन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की.
पीएमसीएच में कहां कितनी हुई जांच
ओपीडी 77
इमरजेंसी 141
इनडोर 119
पैथोलॉजी जांच में : किडनी फंक्शन टेस्ट, लिवर फंक्शन टेस्ट, ब्लड, यूरिन, ब्लड शुगर, सीबीसी, इलेक्ट्रोलाइट समेत 200 तरह की जांच पैथोलॉजी लैब के अंतर्गत की जाती है.
क्या कहते हैं मरीज
छत से गिर जाने के बाद पिता जी को गंभीर चोट आयी थी. पीएमसीएच लाया गया. अब लैब खुलने के बाद जांच होगी.
राजेंद्र कुमार, मरीज का बेटा
मेरे भाई राजेंद्र सर्जिकल ब्लॉक के बेड नंबर 18 पर भर्ती हैं. डॉक्टरों ने जांच के लिए कहा. पर लैब में ताला जड़ा था.
सुबोध पासवान, मरीज का भाई
सात दिनों की हड़ताल पर
मनेर. सभी पैैथोलॉजी जांच केंद्र के संचालकों ने गुरुवार को अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में तहत जांच केंद्रों बंद रखा. वहीं, जांच केंद्र बंद रहने के कारण रोगियों को काफी परेशानियां हुईं.
लैब टेक्नीशियनों की मांग
ऑल इंडिया लेबोरेटरी टेक्नोलॉजिस्ट एसोसिएशन संघ के आरजे शर्मा व संजय सिंह ने बताया कि बिहार में मेडिकल लेबोरेटरी टेक्नीशियन काउंसिल की गठन की मांग की गयी है. हड़ताल से पहले बिहार स्वास्थ्य मंत्री, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री समेत जिम्मेदार अधिकारियों व मंत्रियों से मांग के तौर पर कांउसिल गठन की मांग की गयी.
क्या कहते हैं अधीक्षक
लैब टेक्नीशियन की हड़ताल के कारण पैथोलॉजी जांच प्रभावित हुई है. इनडोर, ओपीडी और इमरजेंसी में आम दिनों की तुलना में काफी कम जांच हुई हैं. शुक्रवार से किसी तरह की कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए जूनियर डॉक्टरों की ड्यूटी लगायी गयी है.
डॉ राजीव रंजन प्रसाद, अधीक्षक पीएमसीएच.
निजी लैब भी रहे बंद
मसौढ़ी. शहर के निजी लैब टेक्नीशियनों ने सरकार की दमनात्मक नीतियों के खिलाफ गुरुवार को नगर में प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. कर्पूरी चौक से प्रदर्शन करते हुए नगर की मुख्य सड़कों से होकर अनुमंडल कार्यालय पहुंचे.
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