पटना : पटना विश्वविद्यालय में सोमवार को नैक कमेटी की एक बैठक हुई. बैठक में नैक को लेकर दस्तावेजों तैयार किये जा रहे हैं. पंद्रह सितंबर के बाद सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) वेबसाइट पर अपलोड की जायेगी. अगर उक्त तिथि तक स्टडी रिपोर्ट अपलोड हो जाती है तो अक्तूबर-नवंबर तक यूजीसी की टीम का विजिट […]
पटना : पटना विश्वविद्यालय में सोमवार को नैक कमेटी की एक बैठक हुई. बैठक में नैक को लेकर दस्तावेजों तैयार किये जा रहे हैं. पंद्रह सितंबर के बाद सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) वेबसाइट पर अपलोड की जायेगी.
अगर उक्त तिथि तक स्टडी रिपोर्ट अपलोड हो जाती है तो अक्तूबर-नवंबर तक यूजीसी की टीम का विजिट हो सकता है. इसके बाद नैक को मान्यता मिल जायेगी. विवि के स्टूडेंट्स वेलफेयर डीन प्रो एनके झा ने बताया कि नैक को लेकर थोड़ी देर हो रही है लेकिन इसके पीछे का उद्देश्य है कि हम पूरी तैयारी के साथ आवेदन करें ताकि एक बेहतर ग्रेड पीयू को प्राप्त हो. इसका भविष्य में विवि को लाभ मिलेगा.
डीडीई की मान्यता के लिए नैक जरूरी नहीं : दूरस्थ शिक्षा की मान्यता के लिए नैक की मान्यता अब आवश्यक नहीं होगी. हालांकि विवि में अभी इसको लेकर कोई पत्र नहीं जारी किया गया है लेकिन केंद्रीय स्तर पर ऐसा करने का निर्णय लिया गया है. इसके बाद पीयू में भी डीडीई को शुरू करने को लेकर उम्मीद जगी है. डीडीई की मान्यता पिछले दो सत्र से नहीं मिली है. इस वजह से वहां नामांकन बंद है.
मिली जानकारी के अनुसार डीडीई को मान्यता नहीं मिलने के पीछे नैक को ही मूल कारण है. अगर यह बाध्यता समाप्त होगी तो फिर से एक बार दूरस्थ शिक्षा को पीयू में शुरू कियाजा सकता है.