पटना : केरल में आयी भीषण बाढ़ के कारण यहां की गर्म मसाले की मंडियों में सन्नाटा पसरा है. समूचे देश की भांति ही पटना में भी केरल से आने वाले गरम मसाले की आपूर्ति ठप हो गयी है.
गर्म मसाले की आवक कम होने से पिछले एक सप्ताह में मसाले के भाव में 400 से 500 रुपये प्रति किलो की तेजी दर्ज की गयी है. आवक कम होने से कारोबारी माल जमा करने में जुट गये हैं. कारोबारियों की मानें, तो आने वाले दिनों में और तेजी आ सकती है.
ज्ञात हो कि अधिकांश मसाले की पैदावार केरल में ही होती है. बाढ़ के कारण केरल में काली मिर्च, छोटी इलायची, दालचीनी, जायफल, लौंग, जावित्री आदि मसालों की आवक बंद है. पिछले दो सप्ताह से माल नहीं आने के कारण इसके कारोबारी परेशान हैं. इतना ही नहीं केरल के कारोबारियों से संपर्क भी नहीं हो पा रहा है. राजधानी पटना में मसाले की सबसे बड़ी थोक मंडी मारुफगंज है. यहीं से सूबे की अन्य मंडियों में मसाले जाते हैं.
पटना स्थिति मारुफगंज थोक मंडी में गर्म मसाले के थोक कारोबारी विनय केसरी ने बताया कि बाढ़ से मसाले की पैदावार पूरी तरह नष्ट हो चुकी है.
अगर स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो पटना सहित पूरे देश के लोगों को आने वाले दिनों में बिना गर्म मसाले के ही सब्जी खानी पड़ेगी. उन्होंने बताया कि इस वर्ष त्योहार के सीजन में मसाले के भाव में और तेजी आ सकती है, क्योंकि मसाले कम होंगे और मांग अधिक होगी. केसरी की मानें तो सामान्य दिनों में ऑर्डर देने के बाद आठ से दस दिन समय लगता है. लेकिन आज स्थिति यह है कि बुकिंग करने को कोई कारोबारी तैयार नहीं है.
एक नजर में (भाव प्रति किलो में)
– लौंग: 700-800 रुपये
– काली मिर्च: 500-600 रुपये
– छोटी इलायची: 1800-2000 रुपये
– दालचीनी: 400-500 रुपये
– जायफल: 1200-1400 रुपये
– जावित्री: 1800-2000 रुपये
– हल्दी: 120-150 रुपये
केरल में आयी बाढ़ का असर किराना व्यवसाय पर भी देखा जा रहा है. पांच-छह दिनों में गर्म मसाले के भाव में 400 से 500 रुपये प्रति किलो की तेजी दर्ज की गयी है.
रमेश चंद्र तलरेजा, महासचिव, बिहार खुदरा विक्रेता महासंघ