Advertisement
13 जिलों में नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी, बिहार के इन जिलों में भारी बारिश की संभावना
पटना : प्रदेश के 13 जिलों में सोमवार को बारिश हुई. इस कारण गंगा, गंडक और घाघरा के जल स्तर में थोड़ी बढ़ाेतरी हुई. सबसे अधिक बारिश 180 मिमी पश्चिम चंपारण के गौनाहा में दर्ज की गयी. सबसे अधिक तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस डेहरी में दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को पटना, […]
पटना : प्रदेश के 13 जिलों में सोमवार को बारिश हुई. इस कारण गंगा, गंडक और घाघरा के जल स्तर में थोड़ी बढ़ाेतरी हुई. सबसे अधिक बारिश 180 मिमी पश्चिम चंपारण के गौनाहा में दर्ज की गयी. सबसे अधिक तापमान 35.4 डिग्री सेल्सियस डेहरी में दर्ज किया गया. मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को पटना, गया, भागलपुर और पूर्णिया सहित राज्य के लगभग सभी हिस्सों में बारिश की संभावना जतायी.
बराज से 2.10 लाख क्यूसेक पानी हुआ डिस्चार्ज
सीवान : नेपाल द्वारा पानी छोड़ने के बाद सरयू नदी के जल स्तर में वृद्धि होनी शुरू हो गयी है. सोमवार की शाम वाल्मीकि नगर बराज से 2.10 लाख क्यूसेक पानी डिस्चार्ज करने के बाद नदी का जल स्तर बढ़ने लगा है. साथ ही रघुनाथपुर प्रखंड के नरहन गांव के सटे सरयू नदी में जल स्तर अब बढ़ने लगा है. हालांकि अभी चिंता की बात नहीं है. स्थानीय प्रशासन अभी से पूरी तरह से सतर्क है.
नदियों के उफान से सरेह में घुसा पानी
गौनाहा/मैनाटांड़ (पचं) : जिले में तीन दिनों से हो रही बारिश से पहाड़ों से निकलनेवाली पंडई, हड़बोड़ा, कटहा, छेंकराहा, दोहरम सहित आधा दर्जन नदियां बाढ़ के खतरे के निशान को पार कर गयी हैं. गौनाहा अंचल के आधा दर्जन गांवों में पानी घुस गया है. रूपौलिया में पुल बह जाने व नयका टोला के पास मुख्य सड़क के कट जाने से कई गांवों का संपर्क प्रखंड मुख्यालय से टूट गया है. मैनाटांड़ अंचल में बाढ़ का खतरा मड़राने लगा है.
गौनाहा प्रतिनिधि के अनुसार, नयका टोला, मंगुराहा, मुरली भरहवा, हरपुर, पीपरा, श्रीरामपुर, मरजदी आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वहीं, रूपौलिया गांव के समीप बना पुल बाढ़ के पानी से बह गया है. इससे एक दर्जन से अधिक गांवों का संपर्क मुख्यालय से टूट गया है.
बाढ़ के चलते इन नदियों के आसपास की सड़कें जहां क्षत-विक्षत हो गयी हैं, वहीं नदियों के इर्द-गिर्द के गावों तथा फसलों पर कटाव का खतरा शुरू हो गया है.
बारिश को देख इन नदियों के आसपास के गावों में बसने वाले लोग सहम गये हैं. मैनाटांड़ प्रतिनिधि के अनुसार, लगातार बारिश से प्रखंड की नदियों में जल स्तर बढ़ने लगा है. सोमवार को लगभग सभी नदियों में उफान से करीब एक दर्जन गांवों में बाढ़ का खतरा बढ़ता नजर आया. रामपुर के थुकहा गांव में बिरहा नदी में तेज बहाव से सरेह में पानी घुसा हुआ है, जिससे गांव के लोगों में दहशत का माहौल है. लोग सुरक्षित जगहों की तलाश में लग गये हैं.
वहीं दर्जनों गांवों के खेत-खलिहान जलमग्न हो चुके हैं. बिरहा और कौरेना नदियों के जल स्तर में भी लगातार वृद्धि हो रही है. लगातार तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण प्रखंड मुख्यालय से भंगहा, हरदिया, चक्रसन सहित दर्जन भर गांवों का संपर्क मार्ग टूट चुका है. पहाड़ी नदियों का पानी दर्जनों गांवों के खेतों में जा घुसा है. ग्रामीणों में बेचैनी बढ़ने लगी है.
राघोपुर में पीपा पुल से आवागमन कराया गया बंद
राघोपुर : रुस्तमपुर-कच्ची दरगाह के बीच बने पीपा पुल को खोल कर हटा दिया गया है. राघोपुर के लोगों का पटना से संपर्क टूट गया है. गंगा नदी में पानी बढ़ने के कारण ड्रम एप्रोच रोड से ऊपर हो जाने के कारण पीपा पुल पर आवागमन रविवार की रात्रि लगभग दस बजे से बाधित हो गया. अब राघोपुर के लोगों को पीपा पुल खुलने के बाद छह महीने नाव का ही सहारा लेना पड़ेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement