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लोड नहीं ले रहा था इंजन, वापस लौटा प्लेन
टला हादसा : बागडोगरा से आया था और ईंधन लेने के बाद लखनऊ जाना था पटना : इंजन खराब हो जाने की वजह से शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट के टेकऑफ प्वाइंट तक जाकर एक चार्टर्ड विमान नहीं उड़ सका. यह विमान बागडोगरा से आया था और ईंधन लेने के बाद यहां से लखनऊ जाना चाहता […]
टला हादसा : बागडोगरा से आया था और ईंधन लेने के बाद लखनऊ जाना था
पटना : इंजन खराब हो जाने की वजह से शुक्रवार को पटना एयरपोर्ट के टेकऑफ प्वाइंट तक जाकर एक चार्टर्ड विमान नहीं उड़ सका. यह विमान बागडोगरा से आया था और ईंधन लेने के बाद यहां से लखनऊ जाना चाहता था. विमान दो इंजनों वाला टर्बोप्रॉप था और उसमें 10 लोग बैठ सकते थे. दोपहर 1:45 बजे में ईंधन लेकर यह विमान पार्किंग बे से रनवे की ओर गया. विमान ने दौड़ना शुरू ही किया था कि पायलट को विमान के एक इंजन के खराब होने का एहसास हुआ. गति बढ़ाने पर भी जब गति में अपेक्षित वृद्धि नहीं हुई तो टेकआफ प्वाइंट से जमीन छोड़ने की बजाय पायलट विमान को वापस पार्किंग बे पर ले आया. देर रात तक विमान की मरम्मत होती रही. मरम्मत पूरा होने के बाद शुक्रवार को इस चार्टर्ड विमान के लखनऊ जाने की संभावना है.
चील के टकराने से क्षतिग्रस्त हुआ था एयर इंडिया का एयरबस 319 विमान
एयर इंडिया के विमान की गुरुवार को आपात लैंडिंग की वजह उसका चील से टकराना था. देर रात दिल्ली से आये इंजीनियरों के दल द्वारा विमान का क्षतिग्रस्त इंजन खोला गया. इंजन में पंख और पक्षी के शरीर के टुकड़े तो नहीं मिले, लेकिन क्षतिग्रस्त ब्लेड के आसपास खून के धब्बे मिलने से विमान के पक्षी से टकराने की पुष्टि हो गयी. बर्ड हिट से इंजन में आई चोट और उसके ब्लेड के टेढेपन से स्पष्ट था कि किसी बड़े पक्षी से विमान टकराया है. पायलट को विमान से पक्षी के टकराने का एहसास पांच-छह सौ फीट की ऊंचाई पर हुआ था.
आमतौर पर चील ही इतनी ऊंचाई तक जाती है और कौवा या छोटे पक्षी इतनी ऊंचाई तक नहीं उड़ते हैं. इससे विशेषज्ञ दल का निष्कर्ष था कि किसी बड़े चील से टकराने से विमान का इंजन टेढ़ा हुआ. रनवे पर पंख और कटे अंग नहीं मिलने से अनुमान लगाया जा रहा है कि एयरपोर्ट परिसर से विमान के बाहर निकलने के बाद ही यह टकराव हुआ होगा. पायलट को जितनी देर बाद टकराव का एहसास हुआ, वह समय भी विमान के रनवे क्षेत्र से बाहर निकल जाने की ही पुष्टि करता है.
देर रात विशेष विमान से भेजे गये यात्री : एयर इंडिया की बर्ड हिट ग्रस्त फ्लाइट से दिल्ली जा रहे जिन यात्रियों ने बाद में टिकट रीशिडयूल करवाना नहीं चाहा, उन सभी यात्रियों को 180 सीटर एयरबस 320 से रात 12:30 बजे दिल्ली भेजा गया.
बूचड़खाने जिम्मेदार
पटना एयरपोर्ट पर बार-बार हो रही बर्ड हिट की घटनाओं के लिए बूचड़खाने जिम्मेदार हैं. कौवा और चील जैसे मांसहारी पक्षी एयरपोर्ट परिसर और आसपास के आसमान में हमेशा मंडराते रहते हैं. रनवे के आसपास आये पक्षियों को तो पटाखा छोड़कर भगा दिया जाता है, लेकिन परिसर से बाहर आसपास के क्षेत्रों में भी ये मंडराते रहते हैं. छोटा रनवे होने के कारण रनवे छोड़ते समय भी विमान की ऊंचाई अधिक नहीं होती और एयरपोर्ट परिसर के बाहर भी कई बार विमान से कौवा और चील जैसे पक्षी टकरा जाते हैं.
सुबह 9: 55 बजे बिना यात्री लिये दिल्ली रवाना हुआ विमान : दिल्ली से आये इंजीनियरों और तकनीशियनों के आठ सदस्यीय दल द्वारा एयर इंडिया के क्षतिग्रस्त एयरबस 319 के इंजन की मरम्मत रात भर जारी रही. दिल्ली से मंगा कर इसके टेढ़े हो गये ब्लेड को बदला गया. सुबह 9:45 बजे इसकी मरम्मत पूरी हुई और 9:55 बजे यह दिल्ली रवाना हो गया. विमान में यात्री नहीं गये थे बल्कि मरम्मत के लिए आये दल को लेकर ही यह वापस दिल्ली गया.
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