पटना : करीब 800 करोड़ रुपये के सृजन घोटाले में सरकारी मशीनरी विभागीय स्तर पर भी जानकारी जुटाने में जुटी हुई है. समाज कल्याण विभाग के समेकित बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) निदेशालय भी अपने खातों को लगातार खंगाल रहा है. निदेशक ने भागलपुर, सहरसा और बांका के जिला पदाधिकारियों को पत्र लिखकर कुछ और जानकारियां मांगी हैं.
आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए खरीदे गये मेडिसिन किट और कर्मचारियों के प्रशिक्षण के नाम पर खर्च की गयी राशि का ब्योरा तलब किया गया है. इतना ही नहीं वर्ष 2007 से 2017 तक जिला कल्याण पदाधिकारियों को अगर राशि आवंटित हुई है तो उसकी भी जानकारी मांगी गयी है.
27 जून को निदेशक ने पत्र लिखकर कहा है कि वर्ष 2007-08 में मेडिसिन किट एवं आईसीडीएस कर्मचारियों के प्रशिक्षण के लिए राशि आवंटित हुई थी. इसके अलावा वर्ष 2007 से 2017 के बीच आईसीडीएस निदेशालय से जिला कल्याण पदाधिकारी को राशि आवंटित की गयी हो तो उसकी सूचना अविलंब निदेशालय को दी जाये. निदेशक ने बाकायदा इसे अति आवश्यक बताया है.