पटना : सहकारी संस्थान बिस्कोमान प्रबंधन अब निरंकुश होता जा रहा है. प्रबंधन ने वित्तीय धोखाधड़ी के शिकार कुछ कर्मियों को बाहर निकालने की अनौपचारिक चेतावनी भी दे दी है. इधर पता चला है कि बिस्कोमान प्रबंधन ने पुराने ही नहीं, तीन सौ से अधिक नये अनुबंधित कर्मचारियों का पीएफ अंशदान भी पिछले कुछ माह से जमा नहीं किया है.
कर्मचारियों ने ईपीएफओ के क्षेत्रीय कार्यालय में इसकी शिकायत की है. शिकायत करने वाले कर्मियों को हटाने की धमकी मिल रही है. ईपीएफओ के मुताबिक 2017-2018 के बीच अनुबंध पर नियुक्त कर्मचारियों के भविष्य निधि की कटौती नहीं की जा रही है. इस बात की शिकायत लगातार ईपीएफओ के क्षेत्रीय आयुक्त के पास आ रही है. यह भविष्य निधि संगठन के कानून का घोर उल्लंघन है. जबकि बिस्कोमान के अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने मंगलवार को दावा किया था कि सभी कर्मचारियों का पीएफ ऑनलाइन जमा हो रहा है.
पीएफ कटौती का विवरण भी नहीं
खातों की सघन
जांच की मांग : बिस्कोमान के कर्मचारियों ने इस बारे में श्रम मंत्री को पत्र लिखा है. उनकी शिकायत है कि उनके पीएफ खाते में जमा राशि या ब्याज का कोई प्रतिवेदन उन्हें नहीं दिया गया है, जो एक सुनियोजित षड्यंत्र का साक्ष्य है.
पुराने कर्मचारियों की पीएफ कटौती का विवरण भी बिस्कोमान प्रबंधन द्वारा ईपीएफओ कार्यालय को उपलब्ध नहीं कराया जा रहा है. जिन कर्मचारियों का विवरण उपलब्ध कराया गया है, वह भी सही नहीं है. जिसके कारण कर्मचारियों का फाइनल स्टेटमेंट सालों से लंबित है. पुराने कर्मचारियों की संख्या दो हजार से अधिक है.
बाबू, आप यहां से जल्दी निकले नहीं तो हम पर आफत आ जायेगी. आपका तो कुछ नहीं बिगड़ेगा. लेकिन अंतिम समय में सब खराब हो जायेगा. डरे सहमे कर्मचारियों ने यह बात प्रभात खबर प्रतिनिधि से कही. जानकारी के मुताबिक जबर्दस्त आर्थिक तंगी से कर्मचारी परेशान हैं. बिस्कोमान के कर्मचारियों के बीच प्रबंधन का खौफ भी देखने को मिला. कर्मचारियों ने बताया कि कुछ लोग घूम-घूम कर कर्मचारियों पर नजर रखते हैं. इसलिए हम आपको बाहर जाने के लिए
कह रहे हैं.