अपने बयान पर राज्यपाल ने दी सफाई
पटना : राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने हाल ही में पटना विवि छात्र संघ के एक कार्यक्रम में अपने बयान पर सफाई दी है. उन्होंने कहा कि मेरा इरादा पैरेलल पुलिस हेडक्वार्टर खोलने का नहीं था. उन्होंने क्राइम व भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को सराहना की और कहा कि हमें इस बात की खुशी है कि हमारे मुख्यमंत्री ऐसे हैं, जो क्राइम और करप्शन के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति रखते हैं और जिन्होंने कानून-व्यवस्था को सुधारा है.
उन्होंने ये बातें रविवार को ज्ञान भवन में आयोजित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पटना के सातवें दीक्षांत समारोह में मीडिया कर्मियों को विशेष रूप से संबोधित करते हुए कहीं. तीन-चार दिन पहले एसके मेमोरियल हॉल में पटना विवि छात्र संघ द्वारा आयोजित छात्र संवाद कार्यक्रम में दिये गये अपने वक्तव्य के बारे में राज्यपाल ने कहा, मैंने कहा था कि आपके साथ यदि कहीं ज्यादती हो और अापकी सुनवाई न हो रही हो, तो आप राजभवन फोन कर सकती हैं और हम पुलिस तक पहुंचने में आपकी सहायता कर सकते हैं.
उन्होंने कहा कि ऐसे दो मामले हुए थे, जिनमें मैंने प्रशासन के जरिये हस्तक्षेप किया था. हमारे पास सरकार है, जिसके सीएम नीतीश कुमार हैं. मुझे खुशी है कि वह क्राइम और करप्शन के मामले में जीरो टॉलरेंस नीति रखते हैं और जिन्होंने कानून-व्यवस्था को सुधारा है. मैं पटना पुलिस का भी प्रशंसक हूं. मेरा इरादा कोई आलोचना करने का नहीं था, कोई पैरेलल पुलिस हेडक्वार्टर खोलने का नहीं था, लेकिन पिछले चार-पांच दिनों में उस बयान का बहुत दुरुपयोग हुआ है.
उन्होंने कहा कि चीन में एक कहावत है, जब लोग चांद की तरफ ऊंगली उठाकर कहते हैं, वह देखो चांद तो कुछ लोग चांद नहीं देखते हैं, ऊंगली को देखते हैं. मेरे वक्तव्य के मामले में भी ऐसा ही हुआ और लोगों ने ऊंगली देखी, चांद नहीं देखा. मैं उस बात को आप सभी के माध्यम से करेक्ट करना चाहता हूं.
दीक्षांत समारोह में एआईसीटीई के चेयरमैन अनिल सहस्त्रबुद्धे, एनआईटी पटना के निदेशक प्रो प्रदीप कुमार जैन के अलावा संस्थान के फैकल्टी, कर्मी व छात्र उपस्थित थे.