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पटना : परीक्षा में पुलिस आधी पास, आधी फेल
मुस्तैदी. पुलिस ने जनवरी, फरवरी व मार्च में हुए अपराध के आंकड़ों को किया सार्वजनिक अनुज शर्मा पटना : राज्य की पुलिस बैंक डकैती और सड़क लूट की घटनाएं रोकने में सफल हुई हैं. फिरौती के लिए अपहरण की वारदातों पर भी अंकुश लगा है. पुलिस के इस साल के पहली तिमाही के अपराध के […]
मुस्तैदी. पुलिस ने जनवरी, फरवरी व मार्च में हुए अपराध के आंकड़ों को किया सार्वजनिक
अनुज शर्मा
पटना : राज्य की पुलिस बैंक डकैती और सड़क लूट की घटनाएं रोकने में सफल हुई हैं. फिरौती के लिए अपहरण की वारदातों पर भी अंकुश लगा है. पुलिस के इस साल के पहली तिमाही के अपराध के आंकड़ों पर गौर करें तो शराब-हथियारों के तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और गुड पुलिसिंग के प्रयोग में सफल रही पुलिस के लिए तीन माह के दौरान दंगा व दुराचार की घटनाएं चुनौती के रूप में साबित हुई हैं. हालांकि, पुलिस ने इसमें सक्रियता दिखाते हुए अधिकतर मामलों में 12 या 24 घंटे के अंदर ही कार्रवाई की है. इसमें उसे सफलता भी मिली है. इधर, विपक्ष के लिए पुलिस के यही मामले मुख्य मुद्दे बन गये हैं.
बिहार पुलिस ने वर्ष 2018 के जनवरी, फरवरी और मार्च में हुए अपराध के आंकड़ों को सार्वजनिक कर दिया है. इन आंकड़ों के आधार पर पुलिस का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया जाये तो राज्य सरकार के लिए कहीं अच्छी तो कहीं चुनौती वाली स्थिति बन रही है. 28 फरवरी 2018 को राज्य के पुलिस महानिदेशक का पदभार ग्रहण करने वाले डीजीपी केएस द्विवेदी के तीन माह के कार्यकाल में कई उपलब्धियां हैं.
बाॅर्डर एरिया में कैमरों से निगरानी, पुलिस की फिटनेस, लंबित केसों का तेजी से निस्तारण और जनता की समस्याएं दूर करने के लिए थाना दिवस के निर्णय प्रमुख हैं. पुलिस आंकड़ों में दंगा, हत्या, महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराध का बढ़ता ग्राफ डीजीपी को बेचैन किये हुए है.
बीच-बीच में होनेवाली इक्का-दुक्का घटनाएं पुलिस की आंख में किरकिरी पैदा कर रही है. विपक्ष डीजीपी पर सीधे हमला कर रहा है. नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी पुलिस अफसरों पर फोन नहीं उठाने का आरोप तक लगा चुके हैं.
पीके ठाकुर से लंबी लकीर अभी खींचनी है नये डीजीपी को
पुलिस द्वारा जारी आंकड़ों पर गौर करें तो वर्तमान डीजीपी केएस द्विवेदी को अपने पूर्ववर्ती पीके ठाकुर से बेहतर साबित करने की चुनौती है. 28 फरवरी 18 को पीके ठाकुर ने केएस द्विवेदी को डीजीपी का चार्ज सौंपा था. पीके ठाकुर के एक माह बाद ही अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा.
अपराध फरवरी मार्च
संज्ञेय 18514 21919
हत्या 221 268
डकैती 25 24
लूट 122 133
अश्लीलता 331 380
धमकी 2405 2379
दंगा 608 1066
अपहरण 679 893
अपराध फरवरी मार्च
फिरौती के
लिए अपहरण 3 4
दुराचार 88 127
रोड डकैती 13 17
रोड पर
लूट 108 111
बैंक डकैती 0 0
बैंक लूट 0 0
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