Advertisement
पटना : समाज के लिए मिसाल 25 प्रेरक महिलाओं को मिलेगा अपराजिता सम्मान, जानें कब होगा कार्यक्रम
पटना : प्रभात खबर द्वारा अपराजिता सम्मान समारोह का आयोजन 26 मई शनिवार को किया जायेगा. यह आयोजन श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम पांच बजे से शुरू होगा. कार्यक्रम के दौरान देश व राज्य के अलग-अलग क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली करीब 25 महिलाओं को सम्मानित किया जायेगा. महिलाओं का चयन हो चुका […]
पटना : प्रभात खबर द्वारा अपराजिता सम्मान समारोह का आयोजन 26 मई शनिवार को किया जायेगा. यह आयोजन श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में शाम पांच बजे से शुरू होगा. कार्यक्रम के दौरान देश व राज्य के अलग-अलग क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाली करीब 25 महिलाओं को सम्मानित किया जायेगा. महिलाओं का चयन हो चुका है. सम्मान समारोह के अवसर पर यहां कविता पाठ और मुशायरा का भी आयोजन किया गया है.
इसमें देश की प्रसिद्ध कवयित्री व शायरा मौजूद रहेंगी. इसमें शायरा डॉ अंजुमन रहबर, शबीना अदीब, डॉ नसीम निखत, कवयित्री डॉ सरिता शर्मा और डॉ कृति काले प्रेम, हास्य, व्यंग्य से दर्शकों का मन मोहने वाली हैं. इतना ही नहीं यहां अपराजिताओं का उत्साहवर्धन करने के लिए राजस्थान की मशहूर कालबेलिया डांसर खातू सपेरा व ग्रुप की प्रस्तुति भी होगी, जो अपने डांस से दिल खुश कर देंगी.
डॉ सरिता
जानी-मानी नाम हिंदी कवयित्री. इन्हें यश भारती, बृज कोकिला, महादेवी वर्मा से नवाजा गया है…. वो चांद का दीदार भुलाया नहीं जाता, फिर ईद का त्योहार भुलाया नहीं जाता ता उम्र कसकता है चुभन बन के जिगर में..पहली नजर का प्यार भुलाया नहीं जाता.
डॉ कीर्ति काले
महादेवी स्मृति पीठ, महीयसी महादेवी सम्मान, साहित्य भारती, साहित्य वाचस्पति अलंकरण मिल चुका है.
…तुम्हारी आंख में शायद सपने सुहाने हैं. हमारी याद में भी अभी तो गुजरे जमाने हैं. पता है मेरी गीतों की किताबें क्यों महकती हैं, हमारे दिल के तहखाने में खुशबू के खजाने हैं.
नसीम निखत
कविता व शायरी को अलग-अलग अंदाज में पढ़ती उर्दू मुशायरा और उर्दू गजल का जाना-माना नाम हैं. लखनऊ तहजीब की नुम्माइदगी करने वाली शायरा मोहतरमा नसीम निखत.
…हमपे क्या गुजरी है जाना बताये क्या? ये दिल तो टूट गया हम भी टूट जाये क्या?
शबीना अदीब
शबीना एक मशहूर शायरा हैं और उत्तर प्रदेश के कानपुर की रहने वाली हैं. ये उर्दू शायरी की जानी-मानी नाम हैं.
…खामोश लब है झुकी हैं पलकें , दिलों में उल्फत नयी-नयी है. अभी तक्कलुफ है गुफ्तगू में . अभी मोहब्बत नयी-नयी है
डॉ अंजुम रहबर
मध्यप्रदेश में जन्मी अंजुम रहबर उर्दू मुशायरे के लिए प्रसिद्ध है. इन्हें इंदिरा गांधी अखिल भारती कविवर विद्यापीठ सहित कई अवार्ड मिले हैं.
… जंगल दिखायी देगा अगर हम यहां न हो..सच पूछिये, तो शहर की हलचल हैं लड़कियां.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement