गोल टैलेंट सर्च एग्जाम. मुख्य परीक्षा में 25 हजार स्टूडेंट्स में से 5074 स्टूडेंट्स ने लिया भाग
पटना : गोल टैलेंट सर्च एग्जाम की मुख्य परीक्षा शनिवार को आयोजित की गयी. परीक्षा में बिहार के अलावा झारखंड, वेस्ट बंगाल, छत्तीसगढ़ एवं उड़ीसा के लगभग 25 हजार छात्र-छात्राओं में से 5074 छात्रों ने भाग लिया. पहली परीक्षा से मुख्य परीक्षा के लिए चयन किया गया था जिन्होंने आज के परीक्षा में भाग लिया.
परीक्षा का रिजल्ट प्रत्येक जोन हेडक्वार्टर में आयोजित सेमिनार के दौरान जारी किया जायेगा. इस सेमिनार में छात्रों को कॅरियर के रूप में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल सहित कई अवसरों में जानकारी दी जायेगी. इस दौरान परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करने वाले प्रत्येक क्लास के टॉप रैंकर छात्रों को गोल की ओर से लैपटॉप, टैबलेट, किंडल एवं कई अन्य पुरस्कार दिया जायेगा. सेमिनार में सफलता पाने के गुढ़ रहस्यों से छात्रों को अवगत कराया जायेगा. उन्हें आनेवाले भविष्य वअच्छे कॅरियर की जानकारी दी जायेगी.
प्रतियोगिता के लिए छात्रों को जागरूक करना है उद्देश्य
गोल संस्थान के मैनेजिंग डायरेक्टर बिपीन सिंह ने कहा कि हमारा मकसद यहां के छात्रों को प्रतियोगिता के लिए जागरूक करना है. अच्छी प्रतिभा के बावजूद अधिकतर छात्र सही जानकारी और दिशा निर्देश के अभाव में सफलता पाने से वंचित रह जाते हैं. छात्रों के इन्ही जरूरतों को ध्यान में रखते हुए गोल इंस्टीट्यूट द्वारा गोल टैलेंट सर्च एग्जाम की शुरुआत की गयी है. विगत कई वर्षों से हो रहे इस प्रोग्राम के मदद से अभी तक सैंकड़ों छात्रों ने सफलता की ऊंचाइयों तक खुद को पहुंचाया जाता है. यहां से निकलकर कई छात्रों ने आइआइटी, एनआइटी, एम्स व देश के कई अन्य टॉप इंजीनियरिंग व मेडिकल कॉलेजों में अपना नामांकन करा कर अपने आप को एवं सूबे को गौरवांवित किया है. गोल संस्थान के गौरव प्रकाश ने बताया कि छात्रों के प्राप्त स्कोर के आधार पर गोल संस्थान द्वारा मेडिकल एवं इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए गोल द्वारा चलाये जा रहे कोर्सों में स्काॅलरशिप की सुविधा दी जायेगी. साथ ही उन्होंने बताया कि शारीरिक रूप से अक्षम दिव्यांग लोगों को संस्थान सारी सुविधा फ्री मुहैया करायेगी.
बेहतर प्रदर्शन करने वाले छात्रों को मिलेंगे लैपटॉप व टैबलेट
बच्चों का स्टडी फ्रेम तय करता है गोल एग्जाम
गोल के शिक्षक काफी अच्छे हैं. मेडिकल की तैयारी के लिए गोल तो राज्य का बेस्ट संस्थान है. स्कॉरशिप मिलने से छात्रों को काफी फायदा होता है और उनका उत्साहवर्धन होता है.
सविता, अनीशाबाद
इस तरह की परीक्षाओं से स्टूडेंट्स की एबिलिटी चेक करने में मदद मिलती है. स्कॉरशिप का भी फायदा होता है. छात्रों को सम्मानित भी किया जाता है इससे बच्चों का उत्साह बढ़ता है.
मनोरंजन कुमार, अनीशाबाद
बच्चे कितने प्रीपेयर हैं इस एग्जाम से पता लगता है. मुझे प्रभात खबर के माध्यम से इस परीक्षा की जानकारी मिली. इस तरह का प्रयास काफी सराहनीय है़ इस तरह का आयोजन होते रहना चाहिए.
डा तबस्सुम अहमद, फुलवारीशरीफ
गोल का मेडिकल कोचिंग सबसे अच्छा है. इस तरह की परीक्षाओं को आयोजित करने से प्रतिभाएं सामने आती हैं. जो सेमिनार ये कराते हैं वह भी काफी मोटिवेशनल होता है. यह छात्रों को मार्गदर्शन भी करता है.
संजीव कुमार, पटेल नगर
परीक्षा से कंपीटीशन की भावना पनपती है. इसके लिए मैं प्रभात खबर समूह काे धन्यवाद देना चाहता हूं. यह प्रयास काफी सराहनीय है. यह बच्चे के लिए बेस तैयार करता है. किस तरह का स्टडी फ्रेम है यह बताता है.
कुमार राजीव रंजन, हनुमान नगर
गोल टैलेंट सर्च एग्जाम से कम्पटेटिव एग्जाम में मदद मिलती है. वह इसकी पूर्व की तैयारी है. यहां के शिक्षक काफी अच्छे हैं अच्छा गाइड करते हैं. स्कॉलरशिप से भी स्टूडेंट्स को काफी फायदा होता हैं.
विशाल कुमार, खगड़िया
ऐसे एग्जाम से अपना लेवल पता चलता है. इस तरह की परीक्षाओं में जिस क्लास में आप पढ़ रहे होते हैं उससे आगे पढ़ने की जरूरत होती है जो मूल तैयारी के वक्त काफी मदद करता है.
निदा फातिमा, समनपुरा
एग्जाम से टाइम लिमिट का पता चलता है. हम टाइम मैनेजमेंट पहले ही सीख लेते हैं जो आगे काम आता है. गोल स्कॉलरशिप व सम्मान देकर छात्रों का उत्साहवर्धन करता है़
अभिषेक झा,राजवंशी नगर
प्रभात खबर से इसकी जानकारी मिली. यह एग्जाम हमें मेडिकल के क्षेत्र में आगे बढ़ने में मदद करता है. स्कॉलरशिप से कांफिडेंस मिलता है. आगे भविष्य में काम आता है.
कोमल आनंद , हाजीपुर
ऐसे एग्जाम से पता चलता है कि किस तरह के बच्चों से हमारा कंपीटीशन हैं. क्लास में हम कहां हैं. कितना आगे मेहनत करना होगा. स्टडी में भी यह काफी हेल्प करता है.
आशीष रंजन, हनुमान नगर, कंकड़बाग