पटना :मकर संक्रांति की मान्यता है कि मकर संक्रांति में सूर्य और शनि का संबंध होने से इनका महत्व बढ़ जाता है. आज के दिन सूर्य अपने पुत्र शनि से मिलने के लिए उनके घर जाते हैं. शुक्र का उदय भी इसी समय होता है. इसलिए आज ही से शुभ कार्यों की शुरुआत भी होती है. साथ ही यह भी मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन गंगा स्नान करने से सभी कष्टों से मुक्ति होती है. वहीं, अगर कुंडली में सूर्य या शनि की स्थिति खराब हो, तो मकर संक्रांति पर विशेष पूजा करनी चाहिए. इसके अलावा घर में पारिवारिक कलह या रोग से परेशान हो, तो रसोई घर में ग्रहों की विशेष पूजा कराना लाभदायी होता है.
मकर संक्रांति पर क्या करें
अहले सुबह स्नान ध्यान कर सूर्य को अर्घ दें. श्रीमद्भागवत या गीता के अध्याय का पाठ करें. नये अन्न, वस्त्र, कंबल, घी आदि का दान करें. भोजन में नये अन्न की खिचड़ी बनाकर सेवन करें. भोजन को भगवान को समर्पित कर प्रसाद के रूप में ग्रहण करें.
सूर्य से लाभ पाने के लिए क्या करें
लाल फूल और अक्षत कलश के जल में डाल कर सूर्य को अर्घ दें. सूर्य के बीज मंत्र का जाप करें. लाल वस्त्र, तांबे के बर्तन व गेहूं दान करें.
शनि से लाभ पाने के लिए क्या करें
तिल और अक्षत कलश के जल में डाल कर सूर्य को अर्घ दें. शनिदेव का मंत्र जाप करें. घी, काला कंबल व लोहा दान करें.
श्रद्धालुओं ने लगायी आस्था की डुबकी
मकर संक्रांति के मौके पर लाखों श्रद्धालुओं ने सोमवार को आस्था की डुबकी लगायी. हर जगह प्रशासन और पुलिस जवानों के साथ नाविक और गोताखोरों को भी तैनात किया गया है. दूरदराज से आनेवाले श्रद्धालु भी गंगा स्नान के लिए देर रात से ही जुटने लगे थे. स्टेशन पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही. इनमें महिलाओं की संख्या ज्यादा थी. स्नान-ध्यान करने के बाद श्रद्धालुओं ने तिल और गुड़ का दान भी किया. वहीं, शाम को खिचड़ी का प्रसाद हर घर में बनेगा. वहीं, बक्सर में गंगा के उत्तरायण होने के कारण श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी है.
