इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज कराने आ रहे दांत के मरीजों के लिए राहत भरी खबर है. अब मरीजों के जबड़े की टूटी हड्डी का विशेषज्ञ सर्जन द्वारा इलाज किया जायेगा.
ऑपरेशन के लिए अस्पताल प्रशासन ने डेंटल सर्जन डॉक्टर की बहाली कर ली है. आईजीआईएमएस में काफी समय से डेंटल सर्जन न होने से मरीजों को प्राइवेट अस्पताल जाकर महंगा इलाज करवाना पड़ता था. अस्पताल प्रशासन की मानें तो अगले महीने से ही यह सुविधा दंत रोग विभाग में मिलनी शुरू हो जायेगी. इसके लिए डेंटल सर्जन डॉक्टर के अलावा ऑपरेशन थियेटर व ओटी के अंदर अधिकांश उपकरणों का इंतजाम कर लिया गया है.
जबड़े व हड्डी के अंदर फंसे दांतों का होगा ऑपरेशन : डेंटल सर्जन के बहाल होने व ओटी की सुविधा मिलने के बाद आईजीआईएमएस के दंत रोग विभाग में ही ऑपरेशन हो जायेगा. आईजीआईएमएस के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास ने बताया कि दंत रोग विभाग में मरीजों को किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जायेगी.
अस्पताल में जबड़े की टूटी हड्डी का ऑपरेशन, जबड़े या मुंह की हड्डी में रसौली का ऑपरेशन, हड्डी के अंदर फंसे दांतो को ऑपरेशन द्वारा निकालना, मुंह या फिर गले के कैंसर जैसी बीमारी की जांच की जाती है. उन्होंने बताया कि सभी आईसीयू में वेंटिलेटर सुविधा भी मुहैया करायी जायेगी.