36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बढ़ी सुविधा. जेपी सेतु और वीर कुंवर सिंह सेतु के चालू होने से लोगों को मिली सौगात

पटना : यह साल राज्य में कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में बड़े निर्माण को लेकर याद रहेगा. इससे बिहार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी. कंस्ट्रक्शन को महापुरुषों के नाम पर समर्पित किया गया, ताकि नयी पीढ़ी उनके बारे में जान सके. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बिहार से शुरू चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरा होने […]

पटना : यह साल राज्य में कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में बड़े निर्माण को लेकर याद रहेगा. इससे बिहार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनी. कंस्ट्रक्शन को महापुरुषों के नाम पर समर्पित किया गया, ताकि नयी पीढ़ी उनके बारे में जान सके. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बिहार से शुरू चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरा होने के उपलक्ष्य में सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर परिसर स्थित ज्ञान भवन को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जनता को समर्पित किया.

वहीं पांच हजार लोगों की क्षमता वाले पूर्ण वातानुकूलित ऑडिटोरियम सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर का उद्घाटन बापू की जयंती पर हुआ. अंतरराष्ट्रीय स्तर का बिहार संग्रहालय आम लोगों के लिए खोले जाने से राज्य की नयी पहचान बनी. पीएम ने बिहार संग्रहालय का भ्रमण कर इसे अद्भुत बताया. पुल निर्माण के क्षेत्र में दो बड़े पुलों का निर्माण हुआ. दीघा-सोनपुर के बीच गंगा नदी में बने टू लेन पुल का नामाकरण लोकनायक जयप्रकाश के नाम पर हुआ.

सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर
मल्टी परपस सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर में प्लेनरी हॉल, मॉड्यूलर मीटिंग रूम सहित अन्य हॉल हैं. ज्ञान भवन 800 लोगों की क्षमता वाला सभा कक्ष है. सेंटर में अत्याधुनिक दूरसंचार प्रणाली की व्यवस्था व अन्य मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं. गेटवे आॅफ इंडिया की तरह कन्वेंशन सेंटर के उत्तर व गंगा किनारे सभ्यता द्वार का निर्माण हो रहा है. प्राचीन, मध्य व आधुनिक बिहार के सिंबल को पेश करनेवाला सभ्यता द्वार लोगों के आकर्षण का मुख्य केंद्र होगा. सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के निर्माण में 16,500 टन स्टील का उपयोग हुआ. 54,671 वर्गमीटर में बने कन्वेंशन सेंटर के निर्माण पर 490 करोड़ खर्च हुआ.
गांधी सेतु के पुनर्निर्माण का काम इस साल शुरू
33 साल पुराने महात्मा गांधी सेतु के पुनर्निर्माण का काम इस साल शुरू हो पाया, जिसे 42 माह में स्टील स्ट्रक्चर का तैयार किया जायेगा . निर्माण के क्षेत्र में किशनगंज में बने एपीजे अब्दुल कलाम कृषि महाविद्यालय अद्भुत है. साल के अंत में पटना में मीठापुर आरओबी से चिरैयाटांड़ पुल को जोड़नेवाला स्टेशन फ्लाईओवर राजधानीवासियों को सौगात में मिला. इस पर परिचालन शुरू होने से पटना जंक्शन के आसपास लगनेवाले भारी जाम से लोगों को राहत मिली.
बिहार संग्रहालय
अंतरराष्ट्रीय स्तर के बने बिहार संग्रहालय से बिहार की नयी पहचान बनी है. 467 करोड़ से बने बिहार संग्रहालय की भव्यता देखते ही बनती है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अक्तूबर को पटना दौरे में बिहार संग्रहालय का भ्रमण कर इसे अद्भुत बताया. बिहार संग्रहालय में विश्व प्रसिद्ध दीदारगंज यक्षिणी को कला दीर्घा में रखा गया है, जो लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है. गैलरी ए में प्रीहिस्टोरिक काल से लेकर मौर्य काल तक के ऐतिहासिक धरोहरों को रखा गया है. गैलरी बी में शुंग काल से लेकर 1206 ई तक के धरोहर व कलाकृतियां रखी गयी हैं. गैलरी सी में 1206 ई से लेकर मुगलकालीन व आधुनिक इतिहास की झलक देख सकते हैं. टेंपररी गैलरी में बापू को लोग नये ढंग से देख पायेंगे. रीजनल आर्ट गैलरी में बिहार के सभी पुराने व समसामयिक कलाओं को प्रदर्शित किया गया है. सूबे की विभूतियों के बारे में लोगों को बताने के लिए बिहारी डायसपोरा गैलरी बनायी गयी है. इसमें वैसी बिहारी प्रतिभाओं के योगदान को प्रदर्शित किया गया है, जिन्होंने विदेशों में अपने सूबे का नाम रोशन किया है. 
दीघा-सोनपुर पुल (जेपी सेतु)
दीघा-सोनपुर के बीच गंगा नदी में तैयार पुल का एप्रोच रोड बना कर उसे चालू करने से दक्षिण व उत्तर बिहार आने-जाने के लिए नया विकल्प बना. नये पुल का नामकरण लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर हुआ. पुल के दक्षिण साइड दीघा थाना से मुख्य पुल तक 1़ 5 किलोमीटर एप्रोच रोड के निर्माण पर 101 करोड़ खर्च हुआ. पुल के उत्तर साइड सोनपुर तरफ 2़ 56 किलोमीटर एप्रोच रोड बना कर कनेक्टिविटी दी गयी. एप्रोच रोड के निर्माण पर 154़ 54 करोड़ खर्च हुआ.
आरा-छपरा पुल (वीर कुंवर सिंह सेतु)
आरा के बबुरा से पुल शुरू होकर छपरा के डोरीगंज तक चार किलोमीटर फोरलेन पुल के चालू होने से लोगों को सहूलियत हुई. पुल का नाम बाबू वीर कुंवर सिंह रखा गया. 886 करोड़ पुल के निर्माण पर खर्च हुआ. पुल के चालू होने से दक्षिण बिहार के आरा, बक्सर, मोहनिया सहित आसपास के शहरों से गोपालगंज, छपरा, सिवान सहित यूपी जाने की दूरी कम हुई.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें