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सिपाही से लेकर दारोगा तक की बहाली, एक फीसदी पद खिलाड़ियों के लिए होगा आरक्षित

पटना: राज्य सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के साथ-साथ खिलाड़ियों को भी तवज्जो देने के लिए एक विशेष पहल शुरू की है. पुलिस महकमे में होने वाली बहालियों से इसकी शुरुआत की गयी है. डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि पुलिस में सिपाही से लेकर दारोगा तक की सभी तरह की बहाली में एक […]

पटना: राज्य सरकार ने खेल को बढ़ावा देने के साथ-साथ खिलाड़ियों को भी तवज्जो देने के लिए एक विशेष पहल शुरू की है. पुलिस महकमे में होने वाली बहालियों से इसकी शुरुआत की गयी है. डीजीपी पीके ठाकुर ने कहा कि पुलिस में सिपाही से लेकर दारोगा तक की सभी तरह की बहाली में एक फीसदी पद सिर्फ खिलाड़ियों के लिए आरक्षित किया गया है.
इन पदों पर राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को बहाली में खासतौर से तवज्जो दी जायेगी. वर्तमान में दारोगा के 1734 पदों पर होने वाली बहाली में एक फीसदी पद यानी 17 पदों पर खिलाड़ियों की सीधी बहाली की जा रही है. इसी तरह आने वाले समय में 10 हजार सिपाहियों की भी बहाली होने जा रही है, जिसमें 100 पद खिलाड़ियों के लिए आरक्षित रहेंगे. डीजीपी शनिवार को बीएमपी-5 में मौजूद मिथिलेश स्टेडियम में 36वीं अखिल भारतीय पुलिस घुड़सवारी प्रतियोगिता के शुभंकर का उद्घाटन कर रहे थे. बिहार में पहली बार इस प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रतियोगिता 29 दिसंबर से 7 जनवरी तक होगी.
डीएसपी रैंक में खिलाड़ियों की सीधी भर्ती नहीं : डीजीपी
डीएसपी रैंक में खिलाड़ियों की सीधी भर्ती के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि फिलहाल इस तरह की कोई योजना नहीं है. इससे नीचे के पदों में खिलाड़ियों को तवज्जों देकर इसकी शुरुआत की गयी है. आने वाले समय में इसका रिस्पांस देखकर उच्च स्तर पर ऐसी पहल करने पर विचार किया जायेगा. डीजीपी ने कहा कि जिन खेलों में नौकरी देने की पहल की गयी है, उसमें फुटबॉल, हॉकी, एथलेटिक्स, कुश्ती, मुक्केबाजी, तैराकी, घुड़सवारी समेत अन्य खेल शामिल हैं.

इसमें मुख्य रूप से पुलिस मीट में खेले जाने वाले खेल शामिल हैं.उन्होंने राज्य के घुड़सवार दस्ता के गठन से जुड़ा इतिहास बताते हुए कहा कि वर्ष 1917 में पीरो (आरा) में दंगा हुआ था, जिसे नियंत्रित करने के लिए हैदराबाद के निजाम से घुड़सवार दस्ता मंगवाया गया था. इसके बाद बिहार में घुड़सवार दस्ते का गठन किया गया था और आज इसका एक बटालियन मौजूद है. यह दस्ता भीड़ नियंत्रण, दंगा के दौरान और दियारा इलाके में पेट्रोलिंग में बेहद ही उपयोगी है.

इस दौरान बिहार पुलिस भवन निर्माण निगम के एमडी सह डीजी सुनील कुमार को इस प्रतियोगिता के आयोजन समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि देशभर से 18 टीमें इस प्रतियोगिता में शामिल होने के लिए आयेंगी. इसमें सीआईएसएफ, बीएसएफ, सीआरपीएफ समेत अन्य सभी केंद्रीय पुलिस संगठन और कई राज्यों की टीमें शामिल हैं. इसके लिए एक विशेष वेबसाइट भी तैयार की गयी है, जिसमें तमाम जानकारी अपलोड की जायेगी. इस वेबसाइट को डीजीपी ने लांच भी किया और इस दौरान परेड की सलामी भी ली. इस दौरान डीजी पीएन राय, बीपीआरएनडी के डीजी कौमूदी, एडीजी (मुख्यालय) एसके सिंघल, एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) आलोक राज, आईजी जितेंद्र सिंह गंगवार, आईजी पारसनाथ, आईजी कुंदन कृष्ण समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे.

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