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डेंगू का खौफ दिखा मरीजों को लूट रहे निजी अस्पताल, सो रहा स्वास्थ्य विभाग

पटना : इन दिनों शहर में डेंगू का खौफ है. पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में हर दिन लगभग 125 मरीज डेंगू की नि:शुल्क जांच कराने पहुंच रहे हैं. इनमें 20 फीसदी लोगों में डेंगू पॉजिटिव मिल रहा है. लेकिन, सरकारी अस्पतालों से बड़ा आंकड़ा निजी अस्पतालों का है, जिस पर न तो प्रशासन का ध्यान […]

पटना : इन दिनों शहर में डेंगू का खौफ है. पीएमसीएच, एनएमसीएच और आईजीआईएमएस में हर दिन लगभग 125 मरीज डेंगू की नि:शुल्क जांच कराने पहुंच रहे हैं. इनमें 20 फीसदी लोगों में डेंगू पॉजिटिव मिल रहा है. लेकिन, सरकारी अस्पतालों से बड़ा आंकड़ा निजी अस्पतालों का है, जिस पर न तो प्रशासन का ध्यान है, न ही विभाग का. सरकारी अस्पतालों में भीड़ बढ़ने का फायदा उठाते हुए निजी अस्पताल बगैर किसी उचित जांच के मरीजों को डेंगू बता उनका व उनके परिजनों का शोषण करने में जुटे हैं. हल्के बुखार के मरीज की भी महंगी डेंगू जांच करा कर उनको भरती किया जा रहा है.
केवल रेपिड टेस्ट के आधार पर मरीजों को बता रहे डेंगू पीड़ित : जांच रिपोर्ट नहीं मिलने का नतीजा है कि राजधानी के अधिकांश प्राइवेट अस्पताल मरीजों को डेंगू का डर दिखा कर लूट रहे हैं. केवल रेपिड टेस्ट के आधार पर वह मरीजों को डेंगू पीड़ित बता रहे हैं. साथ ही प्लेटलेट्स घटने पर भी डेंगू होने का डर दिखाया जा रहा है. जबकि, सामान्य वायरल बुखार में भी यह स्थिति हो सकती है. जबकि, विशेषज्ञ डॉक्टरों ने बताया कि मरीजों को चाहिए कि बिना एलाईजा टेस्ट करवाये, वह ऐसे किसी भी भ्रम का शिकार न हो. शहर के सिर्फ चार बड़े अस्पताल ही डेंगू के मरीजों का डाटा उपलब्ध करा पाये हैं.
खुद की जांच रिपोर्ट पर करते हैं विश्वास
मरीजों से मिली जानकारी के अनुसार शहर के प्राइवेट अस्पताल सरकारी अस्पतालों की जांच रिपोर्ट मान्य नहीं करते हैं. रिपोर्ट के आधार पर वह डेंगू नहीं, बल्कि वायरल फीवर समझ कर भर्ती कर लेते हैं और बाद में वह डेंगू की आशंका बता कर खुद के लिखित पैथोलॉजी सेंटर पर जांच को भेजते हैं. यही वजह है कि पूरे बिहार में अब तक सिर्फ 507 डेंगू व 132 चिकेनगुनिया के मरीजों की पहचान हुई है़ यह भी डाटा सिर्फ सरकारी अस्पतालों का है.
कूलर में डेंगू का लार्वा
अगर आप अब भी अपने कूलर की सफाई नहीं किये हैं, या फिर उसमें पानी जमा हुआ है, तो अलर्ट हो जाये. क्योंकि, हो सकता है डेंगू का लार्वा आपके कूलर में हो. दरअसल पीएमसीएच में छह मरीजों से मिली रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है. मरीजों के यहां जब स्वास्थ्य विभाग की टीम गयी, तो कूलर में पानी जमा और उसमें लार्वा पाया गया. उन मरीजों को डेंगू की पुष्टि भी हो चुकी है. ऐसे में डॉक्टरों ने अपील की है कि वह कूलर की सफाई करे और जमे पानी को निकाल दे.
निजी अस्पतालों का कोई आंकड़ा नहीं
डेंगू की इतनी शिकायतों के बावजूद निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों का कोई डाटा सिविल सर्जन के पास उपलब्ध नहीं है. न तो कार्यालय की तरफ से कोई डाटा इकट्ठा किया जा रहा है और न ही प्राइवेट अस्पताल अपने यहां भर्ती मरीजों की जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन कार्यालय को भेज रहे हैं. यह स्थिति तब है, जब कार्यालय की ओर से शहर के बड़े अस्पतालों व पैथाेलॉजी लैबों को पत्र भेजा गया था. इसके बाद भी प्राइवेट अस्पताल डेंगू, चिकेनगुनिया, स्वाइन फ्लू, मलेरिया, टीबी आदि मरीजों की जांच रिपोर्ट की जानकारी नहीं दे रहे हैं. वहीं, विभाग भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.
सिविल सर्जन डॉ जीएस सिंह से सीधी बात
—प्राइवेट अस्पतालों को मरीजों की जानकारी देना अनिवार्य है?
हां, नर्सिंग एक्ट के तहत उन्हें हर माह यह जानकारी देनी है
—सभी अस्पतालों की डेंगू की नियमित जानकारी आ रही है?
अभी कुछ अस्पताल ही नियमित जानकारी दे रहे हैं
—जो अस्पताल डेंगू मरीजों की जानकारी नहीं भेज रहे उन पर क्या कार्रवाई की गयी है?
स्वास्थ्य विभाग की ओर से लेटर जारी किया गया है, अगर रिपोर्ट नहीं मिलेगी, तो कार्रवाई तय है.
स्वास्थ्य शिविर में मिले डेंगू के कई संदिग्ध मरीज
पटना सिटी. सुल्तानगंज दरगाह रोड स्थित स्लम बस्ती में रविवार को स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित हुआ. ऑल इंडिया तहरीक-ए-इंसाफ काउंसिल की ओर से मौलाना शकील हाशमी की अध्यक्षता में आयोजित शिविर में चिकित्सक डॉ शशिकांत कुमार ने 130 मरीजों की जांच की. इनमें अधिकतर में डेंगू के लक्षण मिले, जिसकी पुष्टि जांच में होगी. स्थानीय लोगों का कहना है कि निगम की ओर से डेंगू से बचाव के लिए किसी तरह की व्यवस्था नहीं की जा रही है. दर्जनों लोग बीमारी की चपेट में हैं.
प्लेटलेट्स की कमी दूर करने के लिए आज लगेगा रक्तदान शिविर
पटना. पीएमसीएच, जय प्रभा, रेडक्रॉस आदि सभी ब्लड बैंकों में ब्लड की कमी न हो इसको लेकर पीएमसीएच की ओर से सोमवार को रक्तदान शिविर लगेगा. जानकारी के अनुसार ब्लड बैंकों में दो से तीन दिन तक का ही ब्लड/प्लेटलेट्स बचा हुआ है. पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि पीएमसीएच में प्लेटलेट्स की कमी नहीं हो, इसके लिए ब्लड कैंप लगाया गया है. इसमें डॉक्टर, कर्मचारी सहित आम लोग भी रक्तदान करेंगे. कैंप सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक आयोजित किया जायेगा.

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