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पुनपुन पंचायत : 1301 में 100 मकानों में शौचालय नहीं
खुले में शौचमुक्त पंचायत का सच मसौढ़ी : पुनपुन पंचायत को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव व स्थानीय विधायक श्याम रजक समेत प्रखंड के पदाधिकारियों व कुछ जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ‘खुले में शौच से मुक्त’ घोषित किया गया. इसके लिये केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के हाथों पंचायत के मुखिया […]
खुले में शौचमुक्त पंचायत का सच
मसौढ़ी : पुनपुन पंचायत को प्रखंड विकास पदाधिकारी ने सोमवार को केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव व स्थानीय विधायक श्याम रजक समेत प्रखंड के पदाधिकारियों व कुछ जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में ‘खुले में शौच से मुक्त’ घोषित किया गया. इसके लिये केंद्रीय मंत्री रामकृपाल यादव के हाथों पंचायत के मुखिया सद्गुरु प्रसाद को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित भी किया गया. पंचायत के ओडीएफ की घोषणा के अगले दिन मंगलवार को प्रभात खबर के मसौढ़ी प्रतिनिधि ने ओडीएफ की हकीकत जानने के लिए वहां जाकर पड़ताल की तो मामला कुछ और ही सामने आया.
सरकारी आंकडे के मुताबिक पंचायत में 2011 की जनगणना के अनुसार कुल 8436 आबादी में 1301 मकान हैं. प्रखंड समन्वयक अनिल कुमार की मानें तो विभिन्न कारणों से अभी भी 80 से 100 मकानों में शौचालय नहीं बने हैं.
अनिल व पंचायत के मुखिया का तर्क है कि जिन मकानों में शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है, उसमें अधिकतर लोगों के पास शौचालय बनाने के लिये जमीन का अभाव है तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो शौचालय का निर्माण कराना ही नहीं चाहते.
पड़ताल के दौरान ये बात भी सामने आयी कि पुनपुन प्रखंड मुख्यालय का पंचायत होने के बावजूद यहां एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है. पुनपुन नदी घाट पर एक सार्वजनिक शौचालय है भी तो मुखिया कहते है कि वह मेला के लिए है और मेला अवधि में ही उक्त शौचालय को खोला जाता है. इन सब के बावजूद प्रखंड विकास पदाधिकारी अजित कुमार ने मंगलवार को भी दावा किया कि पंचायत में शत प्रतिशत शौचालय का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है .
पुनपुन पंचायत में कुल तीन गांव मनोरा, जाहिदपुर एवं पकड़ी राजस्व ग्राम है. जिसके अंतर्गत चार अन्य गांव रसीलचक, अलाउद्दीन चक, पुनपुन एवं पकड़ी टोला आता है. इन गांवों में क्रमशः 601, 512, एवं 288 मकान 2011 के जनगणना के अनुसार हैं. इनमें अलाउद्दीन चक गांव के शिवशंकर पासवान, गुलाब पासवान, धर्मेंद्र पासवान, किशोरी पासवान, इन्दलाल पासवान, उमा देवी, मंजू देवी एवं पूर्व वार्ड सदस्य कलावती देवी समेत करीब तीस लोगों के घरों में दस दिन पूर्व ही शौचालय का निर्माण प्रखंड के किसी एक व्यक्ति द्वारा सामूहिक रूप से किया गया. इनमें कई शौचालय अभी भी अधूरे पड़े हैं.
वहीं पकड़ी के सूबे लाल, शैलेश पासवान, सुरेश पासवान का भी शौचालय अधूरा ही पड़ा है. इसके अलावा अलाउद्दीन चक के हरेंद्र पासवान, कृष्णा पासवान, रवि पासवान, चन्दु पासवान, रमेश पासवान, बबलू पासवान एवं अजय पासवान के साथ पकड़ी के राजेश्वर यादव, महेंद्र
पासवान, विनोद पासवान, निरंजन पासवान, कमलेश पासवान एवं बबलु राम समेत अन्य लोगों के घरों में शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है .
कुछ ग्रामीणों व मुखिया सद्गुरु प्रसाद ने बताया कि ओडीएफ हो जाने के बावजूद कुछ ऐसे भी लोग हैं जो घरों में शौचालय होने के बावजूद घर में न जाकर शौच के लिये बाहर जाने की अपनी प्रवृत्ति को नहीं छोड़ रहे हैं. इसके लिए लोगों को जागरूक करने के साथ सख्ती भी अपनाने की जरूरत है. बहुत जल्द पंचायत में इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाया जायेगा.
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