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बिहार : शराबबंदी के बाद ऐसे मिला उपेंद्र को नया जीवन
बदलाव : मुर्गीपालन से कमा रहे एक लाख रुपये प्रतिमाह मोनु कुमार मिश्रा बिहटा : शराब की लत ने जिंदगी बेहाल कर रखी थी, लेकिन जब शराब छूटी, तो पूरे परिवार को मानों पंख लग गये. आज उसकी जिंदगी खुशहाल है. यह कहानी है बिहटा प्रखंड के सहवाजपुर गांव के रहने वाले युवक उपेंद्र कुमार […]
बदलाव : मुर्गीपालन से कमा रहे एक लाख रुपये प्रतिमाह
मोनु कुमार मिश्रा
बिहटा : शराब की लत ने जिंदगी बेहाल कर रखी थी, लेकिन जब शराब छूटी, तो पूरे परिवार को मानों पंख लग गये. आज उसकी जिंदगी खुशहाल है. यह कहानी है बिहटा प्रखंड के सहवाजपुर गांव के रहने वाले युवक उपेंद्र कुमार राय की. उसके शराब पीने से पूरा परिवार बिखर गया था.
उसे तीन बेटे हैं, जो पिता के शराब की लत के कारण ढंग से पढ़ाई -लिखाई नहीं कर पाते थे. पूरा परिवार भुखमरी के कगार पर आ गया था. पूरे दिन शराब के नशे में धुत रहने वाला उपेंद्र अपनी पत्नी सहित बच्चों पर हमेशा मारपीट करता था. तभी राज्य सरकार ने पांच अप्रैल, 2016 को पूर्ण शराबबंदी लागू कर दी. उपेंद्र की पत्नी पूनम देवी बताती हैं कि मेरे पति शराब के आदी थे. मेरे तीन बच्चे हमेशा दहशत में होते थे.
शराब पीकर जब आते थे, तब मारपीट करते और नशे में घर के सामान को तोड़ देते थे. हम बच्चों को लेकर मंदिरों में जाकर विनती करते थे. कई तरह के व्रत भी किये, लेकिन उनकी शराब की लत नहीं गयी. लेकिन, हमें विश्वास था कि कभी-न-कभी चमत्कार होगा और पति को शराब की लत से मुक्ति मिल जायेगी और ऐसा ही हुआ. आज मेरे घर के लोग चैन से रहते हैं. उपेंद्र ने शराबबंदी के बाद दोस्त ब्रजेश मिश्र के साथ मुर्गीपालन और अंडा का कारोबार शुरू किया. आज वे एक लाख प्रतिमाह कमा कर रहे हैं.
इसमें एक दर्जन लोग को रोजगार मिला हुआ है. शराबबंदी से पहले उपेंद्र जिन साथियों के साथपूरे दिन शराब के नशे में चूर होकर आवारागर्दी करता, आज उन्हीं साथियों के लिए वह प्रेरणास्रोत है. अब सबको काम करने के लिए प्रोत्साहित करता है. पूर्ण शराबबंदी के बाद उपेंद्र अब नियमित रूप से अपने काम पर ध्यान देता है और साथ ही पूरे परिवार का भी ख्याल रखता है. अपने साथियों को भी शराब से तोबा कराया
गांव वाले बताते हैं कि उपेंद्र खुद तो शराब से तोबा किया ही, अपने गांव के अन्य साथियों को भी शराब की लत से छुटकारा दिलवाया. आज सभी अपने अपने परिवार के साथ खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं.
सीएम को भगवान मानती हैं उपेंद्र की मां
उपेंद्र की मां लालती देवी सीएम नीतीश कुमार को भगवान मानती है. उनका कहना है कि यदि शराबबंदी नहीं होती, तो अब तक मेरा परिवार टूट चुका होता. उनका यह भी कहना है कि बिहार ही नहीं, पूरे देश में शराबबंदी होनी चाहिए, ताकि शराब की वजह से टूट रहे परिवारों का भला हो सके.
बच्चों को इंग्लिश स्कूल में नामांकन कराया
शराबबंदी के बाद उपेंद्र अपने बच्चों को एक अच्छे इंग्लिश मीडियम स्कूल में एडमिशन करवा कर उन्हें रोज स्कूल भेजता है और उनके हर जरूरतों को समय पर पूरा करता है.
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