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बिहार पुलिसिया रिकार्ड से खुलासा : सात साल में दोगुनी हो गयी महिला हिंसा की घटनाएं

दुल्हनों पर भारी है दहेज प्रताड़ना विजय सिंह पटना : सूबे में दहेज प्रथा पर लंबी बातें भले ही होती हैं पर बदलाव की बयार बहती नहीं दिख रही है. सुसराल में दुल्हनों पर खूब जुल्म हो रहे हैं. हालत यह है कि घर बचाने के लिए विवाहिताओं को जद्दोजहद करना पड़ा रहा है. कुछ […]

दुल्हनों पर भारी है दहेज प्रताड़ना
विजय सिंह
पटना : सूबे में दहेज प्रथा पर लंबी बातें भले ही होती हैं पर बदलाव की बयार बहती नहीं दिख रही है. सुसराल में दुल्हनों पर खूब जुल्म हो रहे हैं. हालत यह है कि घर बचाने के लिए विवाहिताओं को जद्दोजहद करना पड़ा रहा है. कुछ तो खामोशी से सबकुछ बर्दास्त कर रही हैं लेकिन जिनके जान पर बन आ रही है वह थाने पहुंच रहीं हैं.
पुलिसिया रिकार्ड में दर्ज पिछले सात साल के आंकड़े गवाह हैं कि किस तरह से पुलिस महिला हिंसा की घटना को रोकने में फेल है. सिर्फ दहेज प्रताड़ाना के आंकड़े को देखें
तो 2010 में पूरे प्रदेश में 2032 केस दर्ज हैं जबकि सात साल बाद 2016 में यह आंकड़ा 4852 तक पहुंचा गया
है. सीधे दो गुना का इजाफा हुआ
है. सात सालों में महिला हिंसा की ओवर ऑल रिपोर्ट देखें तो आंकड़े सीधे दो गुना हो गये हैं. 2010 में महिला हिंसा के 6790 केस दर्ज हुए हैं तो 2016 में यह आंकड़ा 12,783 तक पहुंच गया है.
वर्ष बलात्कार अपहरण छेड़खानी दहेज हत्या दहेज प्रताड़ना कुल केस
2010 795 2552 104 1307 2032 6790
2011 934 2949 35 1361 2862 8141
2012 927 3789 118 1275 3686 9795
2013 1128 4432 326 1202 4660 11748
2014 1128 4837 411 1273 5166 12815
2015 1042 5258 206 1154 4651 12311
2016 1007 5595 342 987 4852 12783
ज्यादा लूटी गयी अस्मत
चार सालों में बलात्कार की घटनाओं में इजाफा हुआ है. वर्ष 2010 से लेकर 2012 तक तीन अंकों में दर्ज हुआ बलात्कार का केस चार सालों से चार अंकों में पहुंच गया है. 2013 से 2016 तक के बलात्कार के आंकड़े को देखें तो केस कभी चार अंको से नीचे नहीं आया है. अपहरण दोगुना हो गया.
2014 में अधिक हिंसा
2010-16 तक महिला हिंसा के आकंड़े को देखें तो 2014 में घटनाओं का ग्राफ काफी बढ़ा है. इस दौरान अपहरण और दहेज हत्या में मामूली वृद्धि है पर छेड़खानी और दहेज प्रताड़ाना में तेजी से इजाफा हुआ है. बलात्कार की घटनाएं वर्ष 2013 और 2014 में बराबर हैं. दाेनों वर्षों में 1128 केस दर्ज हुए हैं.

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