अस्पताल अधीक्षक डॉ आनंद प्रसाद सिंह का कहना है कि मरीजों को अस्पताल से लौटाया नहीं जा सकता. बेड खाली होने पर मरीजों को उपलब्ध कराया जाता है.
एक सौ बेडों की इमरजेंसी की योजना को शीघ्र धरातल पर उतारा जायेगा. बताते चलें कि अस्पताल में बढ़ते मरीजों की तादाद को देख बीते अप्रैल माह में प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर की अध्यक्षता में आयोजित रोगी कल्याण समिति की बैठक में एक सौ बेडों की इमरजेंसी चलाने का निर्देश दिया गया था. अगस्त बीतने को है, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ है.