शरद यादव ने यह भी नहीं सोचा कि आने वाली पीढ़ी उनके इस कुकृत्य के लिए माफ नहीं करेगी. शरद यादव कहते हैं कि वह पूरा बिहार घूमेंगे. उन से निवेदन है कि वह हर जगह जाएं और उन्हें बिहार में घूमना भी चाहिए, लेकिन हर जगह जाकर वह जरूर यह बताएं कि लालू प्रसाद की 10 हजार करोड़ की संपत्ति कहां से आयी. उन्होंने कैसे इतनी बड़ी संपत्ति इकट्ठा कर ली.
उन्होंने एक ऐसे नेता का चयन किया है, जो परिवारवाद में विश्वास करते है, भ्रष्टाचार करने में विश्वास करते हैं और अकूत संपत्ति के मालिक हैं. महात्मा गांधी, जेपी, लोहिया, कर्पूरी ठाकुर के सिद्धांतों पर चलने की बात कहने वाले शरद यादव ये बताये कि इन सभी ने कब परिवारवाद का साथ दिया और कब भ्रष्टाचारियों के साथ गये. शरद यादव ने एक समय पूरे देश के सामने नजीर पेश किया था और हवाला मामले में नाम आने से इस्तीफा दिया था, लेकिन अब परिवारवाद के चक्कर में पड़ गये और आपने अपनी पूरी जमा पूंजी का नाश कर लिया.