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बिजली और संचार से दूर होगी गरीबी : बिजेंद्र यादव
कार्यशाला : खेती के लिए अलग फीडर की लंबे समय से मांग, आनेवाले समय में पांच से छह हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी पटना : ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिजली और संचार सुविधा से गरीबी दूर हो सकती है. अर्थव्यवस्था की मजबूती में इसका काफी योगदान है. गांव में बिजली […]
कार्यशाला : खेती के लिए अलग फीडर की लंबे समय से मांग, आनेवाले समय में पांच से छह हजार मेगावाट बिजली की आवश्यकता होगी
पटना : ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिजली और संचार सुविधा से गरीबी दूर हो सकती है. अर्थव्यवस्था की मजबूती में इसका काफी योगदान है. गांव में बिजली होने से लोग छोटे-छोटे रोजगार कर लाभान्वित हो सकते हैं. मंगलवार को सार्वभौमिक आवास विद्युतीकरण विषय पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला को संबोधित करते हुए राज्य के बिजली मंत्री ने यह बातें कहीं. कार्यशाला में बिहार सहित 16 राज्यों के प्रतिनिधियों ने ग्रामीण इलाके में बिजली के क्षेत्र में हुए काम के बारे में जानकारी दी. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिहार कृषि प्रधान राज्य है.
स्वामीनाथन की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने रिपोर्ट में कहा है कि पूर्वी भारत से खासकर बिहार से दूसरी हरित क्रांति हो सकती है. बिहार के पास जो संसाधन है उससे 40 फीसदी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकती है. लेकिन यह तभी संभव है जब बिजली से खेतों की सिंचाई सुविधा हो. बिहार में अभी भी डीजल पर खेती निर्भर है. इसके लिए अलग से एग्रीकल्चर फीडर की मांग लंबे समय से की जा रही है. गुजरात में एक ही बिजली से अलग-अलग काम में इस्तेमाल होता है.
उन्होंने कहा कि 20वीं सदी के अंत तक ग्रामीण इलाके में बिजली मंत्री के कामकाज को लोग महसूस नहीं करते थे. 21वीं सदी में आज इसकी अति आवश्यकता है. देश भर में सभी गांव में चौबीस घंटे बिजली देना अनिवार्य हो गया है. बिहार में 2005 में सात सौ मेगावाट बिजली आपूर्ति होती थी. आज चार हजार मेगावाट से अधिक बिजली की आवश्यकता है. आनेवाले समय में पांच से छह हजार मेगावाट बिजली कीआवश्यकता होगी. उन्होंने बिजली को लेकर बिहार में राष्ट्रीय कार्यशाला होने को गौरव बताया. उन्होंने कहा कि हमारी इच्छा थी कि नवंबर माह मेंहोनेवाले ऊर्जा कॉन्फ्रेंस में स्वागत करने का मौका मिलता. उन्होंने अधिकारियों से कहा कि आपलोग केवल नौकरी नहीं कर रहे हैं, बल्कि लोगों की सेवा भी कर रहे हैं.
लोगों को बिजली की सुविधा मिले इसके लिए तन्मयता व मजबूती से काम करने की जरूरत है. उन्होंने पहली बार आये ऊर्जा मंत्रालय के सचिव एके भल्ला को राज्य की जनता की ओर से धन्यवाद दिया. उन्हें सिखों के दसवें गुरुगुरु गोविंद सिंह के जन्मस्थल दिखाने के लिए प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत को कहा गया. ऊर्जा मंत्री ने कहा कि यहां के अधिकारियों को भी काम की प्रेरणा मिली होगी.
बिहार में ग्रामीण विद्युतीकरण का काम बेहतर : एके भल्ला
भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय के सचिव एके भल्ला ने कहा कि ग्रामीण इलाके में अगले साल दिसंबर तक सभी घरों में बिजली पहुंचाना लक्ष्य है.
इस साल तक सभी गांवों में बिजली पहुंचाना है. सार्वभौमिक आवास विद्युतीकरण पर आयोजित राष्ट्रीय कार्यशाला में उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाके में बिजली पहुंचाने में राशि की कमी नहीं है. जिन राज्यों को राशि की कमी होगी उसे अलग से सहायता दी जायेगी. उन्होंने ग्रामीण इलाके में बिजली पहुंचाने में बेहतर कार्यकलाप के लिए बिहार की सराहना की. अन्य राज्यों को भी बिहार से जानकारी लेनी चाहिए.
राष्ट्रीय कार्यशाला में बिहार सहित झारखंड, छत्तीसगढ़, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, कर्नाटक, असम, मेघालय, मिजोरम, मणिपुर, उत्तराखंड, तेलंगाना से आये बिजली कंपनी के आये अधिकारियों ने अपने-अपने राज्य में ग्रामीण इलाके में बिजली के क्षेत्र में हो रहे काम की जानकारी दी.
झारखंड के 140 प्रखंडों में इस साल बिजली पहुंचा दी जायेगी : पुरवार
झारखंड से बिजली कंपनी के एमडी राहुल पुरवार ने कहा कि इस साल दिसंबर तक 140 ब्लॉक में बिजली पहुंचा दिया जायेगा. तेलंगाना से आये आइएएस अधिकारी अजय मिश्रा ने कहा कि आठ माह में बाकी काम पूरा कर दिया जायेगा. ग्रामीण विद्युतीकरण निगम के सीएमडी पीवी रमेश ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली पहुंचाना प्राथमिकता है.
सभी राज्यों को अगले साल तक सभी घरों में बिजली पहुंचा देना है. इस दिशा में सभी राज्यों को तेजी से काम करने की जरूरत है. बिहार के काम की सराहना करते हुए कहा कि अन्य राज्य भी उसका अनुसरण करे. संयुक्त सचिव एके वर्मा ने कहा कि ग्रामीण इलाके में बिजली पहुंचा कर बाद में बिल वसूलने का काम ठीक हो रहा है. अवैध कनेक्शन को वैध कनेक्शन में बदला जा रहा है.
घर-घर बिजली योजना में पहुंचायी जा रही बिजली: प्रत्यय अमृत
ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव व बिहार पावर होल्डिंग कंपनी के सीएमडी प्रत्यय अमृत ने कहा कि सात निश्चय में शामिल घर-घर बिजली योजना में बिजली पहुंचाने का काम हो रहा है. राज्य में राजनीतिक नेतृत्व व कमिटेड टीम वर्क से पिछले तीन साल में बढ़िया काम हुआ है.
उन्होंने कहा कि मात्र 477 गांव में बिजली कनेक्शन बाकी है. बिजली कनेक्शन से अभी भी लगभग 24 हजार वसावट छुटे हुए हैं. उन्होंने कहा कि सारण, सहरसा, खगड़िया, पटना, जमुई व भागलपुर के दियारा क्षेत्र में 112 गांव में 106 रीवर क्रॉसिंग टावर के सहारे बिजली पहुंचाया जायेगा. 197 गांव का ऑफ ग्रीड सर्वे कराया गया है, जहां बिजली पहुंचाना है. 52 लाख परिवारों को बिजली देने पर काम शुरू है.
इसके लिए 1897 करोड़ स्वीकृत है. प्रधान सचिव ने कहा कि शेखपुरा, मुंगेर, नालंदा व किशनगंज जिला पूर्ण रूप से विद्युतीकृत गांव हो गया है. शेखपुरा, मुंगेर व किशनगंज में दिसंबर तक घर-घर बिजली पहुंचा दिया जायेगा. उन्होंने बिजली के क्षेत्र में हो रहे काम का प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया. राष्ट्रीय कार्यशाला में आये आगुंतकों का उन्होंने स्वागत किया.कार्यशाला में साउथ बिहार पावर वितरण कंपनी के एमडी आर लक्ष्मणन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
हाजीपुर जाकर अधिकारी देखेंगे बिजली में हो रहे कामदिल्ली से आये अधिकारी हाजीपुर के गांव में जाकर बिजली के क्षेत्र में हो रहे काम को देखेंगे. कार्यशाला के बाद सारे अधिकारी राजगीर गये. वहां रोपवे के साथ अन्य दर्शनीय स्थलों को देखेंगे. साथ ही गांव में हुए बिजली काम को भी देखेंगे.
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