Advertisement
अमरनाथ हादसा : वे घर के कमाऊ पूत थे, छह लाख की क्षतिपूर्ति से कैसे कटेगी जिंदगी?
अमरनाथ के बड़े हादसे में मारे गये परिवारों के लिए मामूली है आर्थिक सहायता पटना/दानापुर : वे घर के कमाऊ पूत थे. उन्हीं का आसरा था. उनके खून-पसीने से घर की दाल-राेटी चलती थी. अब वो नहीं रहे. अमरनाथ हादसे ने हम लोगों का सहारा छीन लिया है. कैसे चलेगी जिंदगी की गाड़ी? कौन बनेगा […]
अमरनाथ के बड़े हादसे में मारे गये परिवारों के लिए मामूली है आर्थिक सहायता
पटना/दानापुर : वे घर के कमाऊ पूत थे. उन्हीं का आसरा था. उनके खून-पसीने से घर की दाल-राेटी चलती थी. अब वो नहीं रहे. अमरनाथ हादसे ने हम लोगों का सहारा छीन लिया है. कैसे चलेगी जिंदगी की गाड़ी? कौन बनेगा सहारा? यह सवाल है रोहित के पिता श्याम प्रसाद का. केंद्र व राज्य सरकार की तरफ से मिलनेवाली कुल छह लाख की आर्थिक क्षतिपूर्ति बताये जाने पर वह फूट-फूट कर रोने लगते हैं. कहते हैं कि क्या होगा साहब छह लाख से. इतने कम मुआवजा से परिवार का भरण-पोषण कैसे होगा. कोई मेरे बेटे को तो नहीं लौटा सकता. इस मुआवजे से कुछ नहीं होनावाला है. मेरे बेटे पर घर की सारा जिम्मेवारी थी. अब नहीं रहा, तो घर की आर्थिक स्थिति खराब हो जायेगी.
सरकार क्या जानेगी, दो-दो बेटों के खोने का दर्द
मृतक पवन व दिलीप के पिता दीनानाथ और भाई गोविंद ने रोते हुए कहा कि साहब, सरकार क्या जानेगी दो-दो बेटों के खोने का दर्द. हमरा तो सब कुछ लुट गया. घर की सारी जिम्मेवारी दोनों बेटे पर थी और उसी की कमाई से घर का सारा खर्च चलता था. अब घर के देखभाल करनेवाला दुनिया से चला गया. भाभी व उनके बेटे-बेटी का कैसे भरण-पोषण व पढ़ाई होगी. इतना कम मुआवजे से कुछ नहीं होनावाला है.
सोनारी दुकान में नौकरी कर चलाता था घर, भगवान ने वो भी छीन लिया
वहीं, मृतक सागर के पिता प्रदीप कुमार ने बताया कि ऑटो चला कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं और मृतक सागर सोनारी दुकान में कारीगर का काम कर घर के खर्च में सहयोग करता था. उन्होंने बताया कि इमलीतल गांधी पथ में किराये के मकान में पूरा परिवार रहता है. सरकार की ओर से मुआवजे की घोषणा से कुछ नहीं होनावाला है. मेरा बेटा रहता, तो बहुत सहारा मिलता.
कैसे होगी बेटी की शादी
मृतक राहुल के पिता दिलीप कुमार गुप्ता व भाई रोहन ने बताया कि घर की सारा जिम्मेवारी उसी पर थी. राहुल घर का देखभाल करता था. अब नहीं रहा तो घर का देखभाल कौन करेगा. बेटी की शादी करनी है. इतना कम मुआवजा में कुछ नहीं होनावाला है. मृतक मीना देवी के पति जवाहर प्रसाद ने बताया कि फेरी कर बरतन बेचते हैं और बेटा राजेश सोनारी का दुकान चलाता है. सरकार द्वारा दिये जानेवाले मुआवजे से कुछ नहीं होनेवाला है. मृतकों के परिजन सरकार से उचित मुआवजा देने की मांग कर रहे हैं.
दानापुर : जम्मू-श्रीनगर हाइवे पर अमरनाथ जाने के क्रम में यात्रियों से भरी बस बीच खाई में गिर गयी. जिसमें जख्मी हुई दानापुर की बेबी देवी व चंदापति देवी का इलाज जम्मू के अस्पताल में किया जा रहा है. सुलतानपुर निवासी दिलचंद राय की पत्नी बेबी देवी उर्फ रीना देवी हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हो गयी. श्री राय व परिजनों ने बताया कि सोमवार की सुबह में अखबार में समाचार छपने के बाद पता चला. उन्होंने बताया कि मोबाइल फोन पर जख्मी बेबी से बातचीत हुई, तो बताया कि गंभीर रूप से जख्मी है और अस्पताल में भरती है.
उन्होंने बताया कि बेबी का पुत्र रवि भूषण सोमवार की सुबह हवाई जहाज से जम्मू रवाना हो गया. वहीं, सुलतानपुर निवासी शिलानाथ सिंह की पत्नी चंदापति देवी भी जख्मी है. जख्मी के पति शिलानाथ ने बताया कि सोमवार को मोबाइल पर पत्नी से बात हुई है और बताया है कि हाथ टूट गया है और सर में चोट है.
अमरनाथ यात्रा के दौरान बस दुर्घटना में घायल रणजीत चौधरी के परिजनों को सरकारी खर्च पर गो एयर की विमान से सोमवार की देर शाम जम्मू भेजा गया है. जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल के मुताबिक रणजीत के परिजन राजेश चौधरी व रूक्मणि देवी को सरकारी खर्च पर गो एयर से दिल्ली होेते हुए जम्मू भेजा गया है. टिकट की पूरी व्यवस्स्था जिला प्रशासन की ओर से किया गया है. जानकारी के मुताबिक घायल रणजीत चौधरी का इलाज जम्मू के अस्पताल में चल रहा है.
स्वर्णकार संघ ने बंद रखीं दुकानें
दानापुर : अमरनाथ यात्रा हादसे में ज्वेलरी दुकान के कारीगरों व दुकानदार की मौत से दुखी स्वर्णकार संघ ने दो दिन तक दुकान को बंद रखने का निर्णय लिया है. संघ के अध्यक्ष संजीव कुमार व महासचिव नीरज कुमार ने बताया कि हादसे में मरने वाले राहुल, सागर व रोहित कारीगर का काम करते थे.
मृतक मीना देवी का बेटा राजेश दुकान चलाता है जबकि पवन कुमार दुकानदार थे. संघ ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए दुकान बंद रखने का निर्णय लिया है. इस मौके पर संघ के मुन्ना सोनी, संजय कुमार समेत अन्य दुकानदार शामिल थे.
पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदी ने दी सांत्वना
दानापुर. अमरनाथ यात्रा में हादसा में मरे छह तीर्थयात्रियों के घर जाकर परिजनों से भेंट कर पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, विधायक आशा सिन्हा व संजीव चौरसिया ने सांत्वना दी. मोदी मृतक रोहित के घर झुनझुन रोड सोमवार की शाम में पहुंचे और मृतक के पिता श्याम प्रसाद व मां साधना देवी को सांत्वना दी. इसके बाद मोदी मृतक सागर के घर इमलीतल पहुंचे और मृतक के पिता प्रदीप कुमार को सांत्वना देते हुए हिम्मत रखकर काम करने को कहा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement