पटना : पटना पुलिस के लिए परेशानी का सबब बने कुख्यात शंकर चौधरी व उसके चार साथियों को पुलिस ने बुधवार रात को गर्दनीबाग थाना क्षेत्र के गाेरियामठ इलाके से गिरफ्तार कर लिया. यह गिरोह पटना के कई थाना क्षेत्रों में लगातार चेन स्नैचिंग की घटनाओं को अंजाम देकर पुलिस के लिए चुनौती बन गया था. पुलिस की पूछताछ में सामने आया है कि कंकड़बाग थाने के एमआइजी में हुए पूर्व मंत्री मिथिलेश कुमार सिंह की पत्नी शुप्रभा सिंह के साथ हथियार के बल पर चेन की छीनने की घटना को भी इसी गिरोह ने अंजाम दिया था.
इसके साथ ही इस गिरोह ने गर्दनीबाग, पत्रकारनगर, जक्कनपुर, गांधी मैदान आदि कई इलाकों में चेन स्नैचिंग की घटना को अंजाम दिया है. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि इन लोगों ने चेन स्नैचिंग के साथ ही अन्य आपराधिक घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. एय्याशी के लिए पैसों के लालच में इसके गिरोह में कुछ छात्र भी शामिल हो गये. पकड़े गये चार अन्य दीपक कुमार, दीपक सिंह, संजय व अविनाश कुमार छात्र हैं. गिरोह में अन्य सदस्य भी शामिल हैं, जिसे गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है.
शंकर चौधरी पर सीसीए थ्री के तहत प्रस्ताव डीएम को भेजा गया है. शंकर पर कई हत्या व लूट के मामले पहले से दर्ज हैं. इसने 2005 में गर्दनीबाग थाने के ही कालीबाड़ी इलाके में रहने वाले एसबीआइ बैंक कर्मी विश्वनाथ बोस की पत्नी मंदिरा, बेटे सिद्धार्थ व बेटी मानवी की नृशंस हत्या कर दी थी.
पुलिस ने इसे गिरफ्तार किया था, लेकिन नाबालिग होने को कारण शंकर चौधरी जमानत पर छूट गया था. इस केस में अन्य अपराधियों की भी गिरफ्तारी की गयी थी. इस वारदात के बाद भी बाद यह कई अन्य लूट के केस में जेल गया और करीब एक साल पहले ही जमानत पर बाहर आने के बाद गैंग बना लिया और चेन स्नैचिंग करने लगा.