23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

वरदान बन कर आयी बारिश, रोपनी शुरू

पटना : बिहार के एक-दो जिलोें को छोड़ दें, तो सभी जिलों में झमाझम बारिश हुई है. बिहार में बारिश सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक रिकॉर्ड की गयी है. ऐसे में कहीं किसानों के लिए बारिश वरदान बन गयी है, तो कई किसानों के लिए परेशानी का सबब. सामान्य से अधिक होने वाली बारिश से […]

पटना : बिहार के एक-दो जिलोें को छोड़ दें, तो सभी जिलों में झमाझम बारिश हुई है. बिहार में बारिश सामान्य से 20 प्रतिशत अधिक रिकॉर्ड की गयी है. ऐसे में कहीं किसानों के लिए बारिश वरदान बन गयी है, तो कई किसानों के लिए परेशानी का सबब. सामान्य से अधिक होने वाली बारिश से उत्तर बिहार के खेत पानी से डूबने लगे हैं और बिचड़ा व पौधा बढ़ नहीं पा रहा है.
वहीं मक्का, सब्जी की खेती करने वाले किसानों के लिए अब यह बारिश परेशानी बढ़ा रही है, क्योंकि मक्का व सब्जी जलजमाव से खराब हो जाते हैं. हालांकि, साउथ बिहार के किसानों के लिए यह वरदान साबित हो रहा है.
अधिकारी भी तैयार कर रहे खेतों की रिपोर्ट
अधिकारी भी खेतों की रिपोर्ट तैयार करने में जुटे हैं. जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह खेतों में जाकर रोपनी की रिपोर्ट तैयार करें और बारिश में खेतों को कितना फायदा मिलेगा, इसकी विस्तृत रिपोर्ट बनाकर दें. निर्देश है कि जब अधिकारी खेतों में जायें, तो वहां वीडियोग्राफी करें और वाट्सएप के माध्यम से जानकारी दें, ताकि किसानों के लिए प्रशासन की ओर से भी कुछ किया जा सके.
कहते हैं कृषि वैज्ञानिक
आइसीएआर के कृषि वैज्ञानिक डॉ उज्जवल ने बताया कि बिहार के लिए जून सूखा रहा और बारिश नहीं हुई. ऐसे में किसानों के खेत से नमी गायब हो गयी और बिचड़ा लगाने में देर हो गयी, लेकिन जुलाई में हुई भारी बारिश से उन किसानों को नुकसान हुआ है. बारिश से खेत में एक-दो फुट पानी भर गया जिससे खेतों में डाले गये बिचड़े डूब गये. यह हालात नॉर्थ बिहार के खेतों में सबसे अधिक देखी गयी है, लेकिन पटना में अभी किसानों को 70 एमएम से अधिक बारिश की जरूरत है, ताकि खेतों में डाला गया बिचड़ा जल्द पौधा बन जाये और धान की खेती बेहतर हो.
डॉ उज्जवल कृषि वैज्ञानिक
क्या कहते हैं किसान
पटना में हुई बारिश से वैसे किसानों को अधिक फायदा हो रहा है, जो अब रोपनी कर रहे हैं. वैसे किसान जो रोपनी कर चुके हैं. उनके लिए यह बारिश बहुत फायदेमंद नहीं है. अगर बारिश जून में भी हुई होती, तो खेतों में नमी भरपूर रहती अौर अभी तक बिचरा बड़ा हो जाता.
राम नाथ पाठक, नेऊरा
धान के खेती के लिए बारिश फायदेमंद है, लेकिन मक्का की खेती व सब्जी की खेती के लिए अधिक बारिश की जरूरत नहीं है. अगर अधिक बारिश होगी और खेतों में जल-जमाव जैसी स्थिति होगी तो मक्का व सब्जियों की खेती प्रभावित होगी.
राम जनक शर्मा, नौबतपुर

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें