50 साल से ज्यादा समय बीतने के बाद भी मानदेय पर ध्यान नहीं दिया जै रहा है. छात्रों की मांग है कि मानदेय को बढ़ा कर 800 रुपये प्रतिदिन का भुगतान किया जाये. फार्मेसी संस्थान शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति बायोमिटरिक पद्धति द्वारा करायी जाये. आंदोलन पर उतरे छात्रों ने बताया कि सत्र 2013-15 के डिप्लोमा इन फार्मेसी के छात्रों की लिखित व प्रायोगिक परीक्षा जुलाई माह में पूर्ण करा परीक्षाफल की घोषणा परीक्षा लेने के 45 दिनों के अंदर कराये जाने का लिखित आश्वासन नहीं मिलता, तब तक उनका प्रदर्शन जारी रहेगा.
छात्रों ने डिप्लोमा इन फार्मेसी के सभी सत्र की परीक्षा नियमित सत्र में करने, पाठ्यक्रम को बैचलर इन फॉर्मेसी के तर्ज पर आर्यभट्ट ज्ञान विश्वविद्यालय से संबद्धता प्रदान कराने व डिप्लोमा इन फार्मेसी के सत्र 2014-16 की परीक्षा नवंबर 2017 में कराये जाने की मांग उठायी. प्रदर्शन में अरविंद कुमार, प्रदीप कुमार, राजनाथ कुमार, सितेश कुमार, विकास कुमार, केशव कुमार, आर्या कुमार, सनोज कुमार, रूपम कुमारी, सावन कुमार व गौतम समेत सैकड़ों फार्मेसी छात्र उपस्थित थे.