पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि देश के किसान आंदोलन कर रहे हैं और भाजपा सरकार योग दिवस मनाने में व्यस्त है. मध्य प्रदेश के मंदसौर में किसानों पर जुल्म ढाये जा रहे हैं और सरकार योग कर रही है. ये योग दिवस आयोजन नहीं, एक इवेंट का आयोजन किया जा रहा है और इस इवेंट के माध्यम से कुछ लोगों को फायदा पहुंचाया जायेगा. उन्होंने कहा कि क्या योग में शराब पीने की अनुमति दी जाती है? अगर नहीं तो क्या पीएम नरेंद्र मोदी का दायित्व नहीं हैं कि योग दिवस के अवसर पर शराब की खरीद बिक्री पर पहले पाबंदी लगायी जाये. कम से कम प्रधानमंत्री भाजपा शासित राज्य में पाबंदी की घोषणा कर देते तो योग का सम्मान होता. उन्होंने पूछा कि प्रधानमंत्री कब से योग कर रहे हैं?
जबकि नीतीश कुमार तो सालों से योग के आसन, प्राणायाम व योग निद्रा नियमित रूप से कर रहे हैं. योग में शराब के सेवन की अनुमति नहीं दी जाती. बिना शराब पर पाबंदी लगाए कैसा योग दिवस मनाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर चीज को एक इवेंट में बदल कर मूल विषय से ध्यान भटकाया जाता है. अगर केंद्र सरकार योग दिवस मनाना चाहती हैं तो पहले शराब बिक्री पर पाबंदी लगाये, उसके बाद नीतीश कुमार व पूरा जदयू परिवार भी योग दिवस मनायेगा. योग एक दिन का नहीं, बल्कि जीवन पद्धति है.
योग को एक पार्टी से जोड़ने का घृणित काम हो रहा है. इसलिए इस योग पर सवाल उठ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरे देश में योग के केंद्र में दो लोग हैं. अब पीएम योग को लेकर पूरी दुनिया में अपनी राजनीति चमका रहे हैं. इसके लिए उन्होंने अपने तरफ से 21 जून का दिन भी निर्धारित कर दिया. वहीं, बाबा रामदेव ने भारत योग के जरिये अपना बिजनेस बढ़ाया है. बाबा रामदेव अब योग कम टीवी पर अपने सामानों के प्रचार करते बहुत दिखते हैं.