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घर व गांव को स्वच्छ रखने का संकल्प
90 दिनों में जिले की 24 पंचायतों को किया जाना है खुले में शौच से मुक्त क्षेत्र प्रशासनिक प्रयास के साथ ही आमलोगों की हो रही सहभागिता नवादा नगर : हर घर में शौचालय बना कर पूरे एरिया को खुले में शौच से मुक्त क्षेत्र बनाने का महत्वपूर्ण कार्य जिले की 24 पंचायतों में किया […]
90 दिनों में जिले की 24 पंचायतों को किया जाना है खुले में शौच से मुक्त क्षेत्र
प्रशासनिक प्रयास के साथ ही आमलोगों की हो रही सहभागिता
नवादा नगर : हर घर में शौचालय बना कर पूरे एरिया को खुले में शौच से मुक्त क्षेत्र बनाने का महत्वपूर्ण कार्य जिले की 24 पंचायतों में किया जा रहा है. ग्रामीण विकास अभिकरण को इसके लिए विशेष जिम्मा मिला है, लेकिन यह आज पूरे जिला प्रशासन का लक्ष्य बना हुआ है.
व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय सभी घरों में लोग बनवायें, इसके लिए हर स्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है. लोगों के सोच को बदल कर शैाचालय बनवाने के लिए प्रेरित करने में सभी प्रशासनिक अमलों, जनप्रतिनिधियों, सामाजिक संगठनों, बुद्धिजीवियों आदि का सहयोग लिया जा रहा है. जिला जल व स्वच्छता समिति द्वारा नारदीगंज प्रखंड की सभी 11 पंचायतों के साथ सभी अन्य प्रखंडों के एक-एक चयनित पंचायतों को इसके लिए पहले चरण में चुना गया है. लोगों के घर में शौचालय हो ताकि खुले में शौच जाने से मुक्ति मिल सके. लोगों को खुले में शौच से होने वाले परेशानियों के बारे में बतला कर इससे बचने की सलाह दी जा रही है. घर की महिलाओं की इज्जत व सुरक्षा के साथ ही होने वाली बीमारियों आदि के बारे में बतला कर शत प्रतिशत लोगों को इससे जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है.
काम का किया गया बंटवारा: जिला प्रशासन का पूरा महकमा इस काम में जुटा है. अधिकारियों के साथ ही कर्मचारियों के जिम्मे भी कार्य बांटा गया है. जनवितरण दुकानदार, किसान सलाहकार, शिक्षक, पैक्स, जीविका दीदी, सेविका, टोला सेवक, पंचायत सचिव जैसे आम लोगों से जुड़े रहने वाले लोगों को अपने-अपने कार्य क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने का काम मिला है.
जैसे शिक्षकों को वर्ग शिक्षक के अनुसार केवल अपने क्लास के सभी बच्चों को जागरूक करने का काम मिला है. इसी प्रकार सेविका व सहायिका को अपने पोषक क्षेत्र के लोगों को, पीडीएस दुकानदार को अपने यहां के ग्राहकों को समझाने का जिम्मा मिला है. काम का बंटवारा हो जाने से स्थानीय स्तर पर काम करने में सुविधा के साथ काम का दायरा भी कम हुआ है. शौचालय की अनुपलब्धता वाले लोगों को योजना के बारे में जानकारी देने के साथ ही पंचायत क्षेत्र के खुले में शौच मुक्त क्षेत्र बनने के बाद निर्माण के लिए मिलनेवाली सहायता राशि के बारे भी जानकारी दी जा रही है. यदि पंचायत क्षेत्र में एक भी व्यक्ति बिना शौचालय बनाये रह जाता है, तो पूरे पंचायत क्षेत्र के लोगों को योजना का लाभ नहीं मिल पायेगा. इसके लिए भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है.
चयनित पंचायतों में हो रहा काम : नारदीगंज के साथ जिले के अन्य प्रखंडों में खुले में शौच मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए लगातार अनुश्रवण का काम किया जा रहा है. पूरे जिले में 14 हजार चार सौ 43 शौचालय बनाने का लक्ष्य है. इस काम में लगातार सफलता मिलने की जानकारी हो रही है. सरकार की ओर से खुले में शौच मुक्त क्षेत्र बनाने के लिए 90 दिनों का समय दिया गया है, लेकिन जिले के अधिकारी इसे 60 दिनों में पूरा करने का संकल्प किये हुए हैं.
इसके लिए सभी स्तर पर होने वाले कार्य की लगातार समीक्षा व मॉनीटरिंग हो रही है. डीएम मनोज कुमार इस संबंध में कई बैठक कर चुके हैं. सदर अनुमंडल क्षेत्र के नारदीगंज प्रखंड की सभी 11 पंचायतों को खुले में शौच मुक्त क्षेत्र बनाना है. इस कारण सबका विशेष ध्यान इस ओर दिखता है.
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