Advertisement
कड़ी सुरक्षा में हुआ ताजिये का पहलाम
नवादा सदर : गुरुवार को शहर के सभी इमामबाड़ों से बुंदेलाबाग पहुंचे ताजिये को देर शाम तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहलाम किया गया. सुबह से ही सभी ताजिये को इमामबाड़ा से बुंदेलाबाग पहुंचाने को लेकर ताजिये कमेटी के लोग सक्रिय दिखे. युवाओं की टोली डंका बजा कर, तलवार व लाठी से कलाबाजी करते […]
नवादा सदर : गुरुवार को शहर के सभी इमामबाड़ों से बुंदेलाबाग पहुंचे ताजिये को देर शाम तक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहलाम किया गया. सुबह से ही सभी ताजिये को इमामबाड़ा से बुंदेलाबाग पहुंचाने को लेकर ताजिये कमेटी के लोग सक्रिय दिखे. युवाओं की टोली डंका बजा कर, तलवार व लाठी से कलाबाजी करते हुए ताजिये के आगे-आगे चल रहे थे. पैगंबर हजरत मोहम्मद के नवासे हसन हुसैन की याद में मनाये जानेवाले मुहर्रम का त्योहार में लोग हसन या हुसैन कर रहे थे. तरह-तरह की डिजाइन से बने ताजिये को विभिन्न वाहनों से इमामबाड़ा तक ले जाया गया.
प्रशासन की ओर से दुर्गापूजा व मुहर्रम को लेकर काफी सख्त सुरक्षा की व्यवस्था की गयी थी. बुंदेलखंड, रेलवे गुमटी, खुरी नदी पुल, लाल चौक, प्रजातंत्र चौक, भगत सिंह चौक, डीएम कोठी के समीप स्थित करबला के समीप सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गयी थी. इसके अलावे सद्भावना चौक, सीमा टाकिज सहित कई स्थानों पर पुलिसकर्मी की तैनाती और क्लोज सर्किट कैमरे का इंतजाम प्रशासन के कार्य को आसान बना दिया. संवेदनशील स्थानों पर दंगा नियंत्रण बल को लगाया गया था. जिलाधिकारी मनोज कुमार के साथ ही पुलिस अधीक्षक विकास बर्मन, एसडीओ राजेश कुमार, एसडीपीओ संजय पांडेय ताजिये के पहलाम को लेकर काफी सजग दिखे.
ताजिया जुलूस के साथ समन्वय बनाने में प्रशासन विफल, नवादा. ताजिया के पहलाम को लेकर जो व्यवस्था बनायी गयी थी, उसका पालन करा पाने में प्रशासन असफल साबित हुआ.
ताजिया कमेटियों द्वारा निर्धारित समय का पालन नहीं किये जाने के कारण जिला प्रशासन के अधिकारी बेहाल दिखे. शांति समिति में तय किये गये समय का पालन कमेटी द्वारा नहीं किया गया. इसी का नतीजा रहा की किस तरफ से कौन ताजिया निकल रहा है, इसका सही से सामंजस्य नहीं हो पाया. बुधवार को दुर्गा प्रतिमा रहते भदौनी के साथ ही अन्य तीन चार मुहल्ले का ताजिया सद्भावना चौक होते हुए भदौनी तक गया था. इसके बाद रात 12 बजे तक प्रतिमा के विर्सजन के बाद सड़कों पर दोबारा ताजिया निकाला गया, जिससे बिजली की आपूर्ति ठप ही रखना पड़ा. ताजिया कमेटियों के जारी लाइसेंस के अनुसार निर्धारित समय का पालन नहीं किये जाने के कारण लोगों को बिजली पानी के साथ ही बाहर से आने वाले यात्रियों को पैदल ही कई किलोमीटर चल कर अपने गंतव्य तक जाना पड़ा. महिलाएं व बच्चे पैदल ही सामान लादे खुरी नदी पुल पार करने के लिए जुलूस के भीड़ से निकलने की मशक्कत करते दिखे. पुलिस प्रशासन भी ताजियादारों के साथ जुलूस को किनारे करने के प्रयास करते दिखे.
बुंदेलाबाग से इकट्ठा होकर निकला ताजिया : नगर के सभी ताजिया बंदेलाबाग के पास इकट्ठा होकर शाम में करबला के पहलाम के लिए निकलता है. लेकिन, कुछ ताजिया कमेटियों द्वारा ताजिया को बुंदेलाबाग पहुंचाने में ही काफी समय लगाया गया तथा तय समय का पालन नहीं किया गया. जिला प्रशासन के अधिकारियों के प्रयास के लगभग शाम चार बजे पानी उपलब्ध कराने के लिए कुछ समय के लिए बिजली उपलब्ध करायी जा सकी.
नवादा सदर. गुरुवार को देर रात तक बुंदेला बाग से करबला तक ताजियों के पहलाम का सिलसिला जारी रहा. प्रशासन के आला अधिकारी के साथ ही एसडीओ राजेश कुमार, एसडीपीओ संजय पांडेय, बीडीओ प्रभाकर सिंह पूरे दल बल के साथ पहलाम होने तक डटे रहे. अधिकारियों के साथ देने के लिए निफ्फी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नेजाम खान, महासचिव अफसर नवाब, जैकी हैदर, नगर पर्षद के पूर्व अध्यक्ष संजय कुमार, पूर्व वार्ड पार्षद जमाल राइन, तन्ने पठान, मोहम्मद शाद अली सहित अनेक लोग ताजिया पहलाम तक डटे रहे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement