हिलती घंटियों को देखने पहुंचे श्रद्धालु.
Advertisement
मंदिर की घंटियां बनीं कौतूहल का केंद्र
हिलती घंटियों को देखने पहुंचे श्रद्धालु. शोभनाथ मंदिर में आस्था को लेकर उमड़ा जनसैलाब दिनभर लोगों के बीच रहा चर्चा का विषय नवादा कार्यालय : शहर के प्रसिद्ध व प्राचीन शिवालय शोभनाथ मंदिर में शनिवार को भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिसर स्थित काली मंदिर सहित लक्ष्मी-गणेश मंदिर की घंटियां स्वतः हिलने लगी. यह खबर […]
शोभनाथ मंदिर में आस्था को लेकर उमड़ा जनसैलाब
दिनभर लोगों के बीच रहा चर्चा का विषय
नवादा कार्यालय : शहर के प्रसिद्ध व प्राचीन शिवालय शोभनाथ मंदिर में शनिवार को भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा. परिसर स्थित काली मंदिर सहित लक्ष्मी-गणेश मंदिर की घंटियां स्वतः हिलने लगी. यह खबर पूरे शहर में आग की तरह फैल गयी. उत्सुक भक्तों की भीड़ सुबह से ही झुंड बना कर मंदिर परिसर पहुंचने लगी.
लोग मंदिर की हिलती घंटियों को देख भक्ति भाव से जयकारा लगाते भी देखे गये. हिलती घंटियों को देख कर कई भक्त कई तरह की बातें करते भी सुने गये. मंदिर के पुजारी सोनू पांडेय व संतोष पांडेय सहित स्थानीय दुकानदार सौरभ कुमार ने बताया कि सुबह तीन बजे ही पहुंचे एक भक्त ने माता काली के मंदिर में घंटियों को हिलते देखा. उसने मंदिर परिसर में सोये पुजारी को इस घटना की जानकारी दी. जल्द ही यह बात पूरे शहर में फैल गयी.
सुबह सात बजे तक दोनों मंदिरों की घंटियां स्वतः हिलती रही, इसके बाद लक्ष्मी-गणेश मंदिर की घंटियां शांत हो गयी,जबकि माता काली मंदिर की घंटियां हिलती देखी गयी. इन मंदिरों की घंटियां बिना बजाये ही खुद से हिलने की चर्चा पूरे शहर में दिन भर होती रही. हिलती घंटियों की वीडियो भी सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो गया. विज्ञान के जानकारों ने बताया कि हो सकता है कोई भक्त घंटियां बजा कर चला गया हो, इसके बाद लोगों ने देखा हो. सरल लोलक गति में एक लोलक बिना किसी अवरोध पर लंबे समय तक दोलन करती हैं. मंदिर की हिलती घंटियों के पीछे भी यही सिद्धान्त काम कर रहा होगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement