आरजीजीवाइ में पिछड़ा जिला
नवादा : जिले के सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य पूरा होता नहीं दिख रहा है. वर्ष 2006-07 में शुरू किया गया था राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना (आरजीजीवाइ) का काम. फिलहाल स्थिति यह है कि जिले के आधे गांवों में रोशनी नहीं पहुंची है.
क्या है आरजीजीवाइ योजना
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना का मुख्य उद्देश्य सभी गांवों के टोलों-मुहल्लों में बिजली की रोशनी पहुंचाना है. शुरुआती समय में इस योजना के तहत केवल बीपीएल परिवारों को रोशनी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया था. इसके कारण गांवों में 16 एवं 25 केवीए के ट्रांसफॉर्मर लगाये गये हैं.
पहले चरण में 613 गांव होने थे जगमग
राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के तहत पहले चरण में 613 गांवों व टोला सेवकों में विद्युत आपूर्ति करने का लक्ष्य रखा गया था. पांच-छह वर्षो के बाद 594 गांवों में बिजली आपूर्ति का दावा किया जा रहा है. लेकिन यह आंकड़े कागजी है. वास्तविकता यह है कि अनेक गांवों में ट्रांसफॉर्मर बेकार पड़ा है या तार-पोल चोरी की वजह से बिजली आपूर्ति बाधित है.
दूसरे चरण में नौ सौ गांव होंगे रोशन
बिजली विभाग ने दूसरे चरण में नौ सौ गांवों का विद्युतीकरण करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए डीपीआर तैयार कराया जा रहा है. एवरेस्ट इलेक्ट्रिक कंपनी द्वारा इन गांवों में निर्माण कार्य किया जाना है. विभाग के अनुसार, फरवरी के दूसरे सप्ताह से काम शुरू हो जायेगा.
टोलों-मुहल्लों में ट्रांसफॉर्मर
आरजीजीवीवाइ के तहत सभी 187 पंचायतों के 900 गांवों तथा 2183 मुहल्ला, टोलों वसावटों में बिजली उपलब्ध कराया जाना है. जिला पदाधिकारी के पत्रंक 378 दिनांक 19 फरवरी, 2013 के तहत प्रखंड वार गांवों की सूची राज्य विद्युत विभाग भेजा गया है. इसी सूची के आधार पर एवरेस्ट कंपनी के द्वारा विद्युत आपूर्ति का डीपीआर बनाया जा रहा है.