कौआकोल : जल संचयन, जल स्रोतों का सीमांकन व अतिक्रमण से मुक्ति विषय पर शनिवार को ग्राम निर्माण मंडल सर्वोदय आश्रम सेखोदेवरा, कौआकोल में आहर पइन बचाओ अभियान के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया गया. दीप जला कर सेमिनार का विधिवत उद्घाटन करते हुए जल पुरुष से सम्मानित राजेंद्र सिंह ने कहा कि बदलती […]
कौआकोल : जल संचयन, जल स्रोतों का सीमांकन व अतिक्रमण से मुक्ति विषय पर शनिवार को ग्राम निर्माण मंडल सर्वोदय आश्रम सेखोदेवरा, कौआकोल में आहर पइन बचाओ अभियान के तहत एक सेमिनार का आयोजन किया गया. दीप जला कर सेमिनार का विधिवत उद्घाटन करते हुए जल पुरुष से सम्मानित राजेंद्र सिंह ने कहा कि बदलती जलवायु व स्थानीय कारणों से सूखे की लगातार मार झेलने की समस्या देश में बढ़ती जा रही है.
इससे कोई भी प्रान्त अछूता नहीं रहा है. इसके लिए पानी का सदुपयोग करना जरूरी है. यह तभी संभव है जब प्रकृति व पूर्वजों द्वारा बनाये गये नदी, आहर व पइन की अस्तित्व को संरक्षित किया जाये. इसके लिए मीडिया को आगे बढ़-चढ़ कर काम करना होगा. लोगों को जागरूक करने की जरूरत है. तभी देश व प्रांतों में हरियाली कायम रह सकेगी. उन्होंने कहा कि आज के दौर में जागरूकता के अभाव होने के कारण इसका ठीक विपरीत कार्य हो रहे हैं.
जागरूकता के अभाव के कारण नदियां, आहर व पइन का आकार सिमटता जा रहा है. लोगों द्वारा खुल कर इनका अतिक्रमण किया जा रहा है. इस पर न तो सरकार गंभीर है और न ही जनता.
मौके पर उपस्थित आहर पइन बचाओ कार्यक्रम के संस्थापक एमपी सिन्हा, किसान आयोग बिहार सरकार के सदस्य मृत्युंजय कुमार सिंह, सेवा भारती बांका के सुधीर कुमार सिंह, कस्तूरबा केंद्र के अशोक कुमार व कृषि विज्ञान केंद्र सेखोदेवरा के कार्यक्रम समन्यवयक एसके मिश्र सहित अन्य कृषि वैज्ञानिकों ने कार्यक्रम में अपने मंतव्य देते हुए कहा कि देश में हरियाली को कायम रखने के लिए बारिश के पानी को संरक्षित करना आवश्यक है.
मौके पर उदय कुमार सिंह संयोजक, आहर पइन बचाओ अभियान सह आयोजन समिति, नवादा, सेखोदेवरा ग्राम पंचायत सेखोदेवरा के पूर्व मुखिया सुरेश कुमार सिंह, लीला देवी, बालमुकुंद सिंह, आनंदी प्रसाद, देवकी नंदन प्रसाद, जगरनाथ महतो सहित दर्जनों किसान प्रतिनिधि मौजूद थे.