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अब भी शहर में बिक रही शराब
जिले के कई स्थानों पर रोक के बाद भी चोरी छिपे शराब की बिक्री हो रही है. शराब के शौकीन लोगों को प्रतिदिन ऐसे चोरी छुपे चलनेवाली दुकानों से शराब मिल जाती है. लेकिन, इस बात की भनक न तो पुलिसकर्मियों को होती है और ना ही उत्पाद विभाग के कर्मियों को. इसके कारण अवैध […]
जिले के कई स्थानों पर रोक के बाद भी चोरी छिपे शराब की बिक्री हो रही है. शराब के शौकीन लोगों को प्रतिदिन ऐसे चोरी छुपे चलनेवाली दुकानों से शराब मिल जाती है. लेकिन, इस बात की भनक न तो पुलिसकर्मियों को होती है और ना ही उत्पाद विभाग के कर्मियों को. इसके कारण अवैध शराब का धंधा तेजी से चल रहा है. जिले में शराब के कुछ ऐसे शौकीन लोग भी हैं जो शराब का सेवन करने के लिए प्रतिदिन झारखंड चले जाते हैं.
नवादा (सदर) : बिहार सरकार की ओर से प्रदेश में शराब पर लगाये गये प्रतिबंध का असर नवादा जिले में दो महीने तक देखने को मिला. लेकिन, कई स्थानों पर रोक के बाद भी चोरी छिपे कालाबाजारी कर शराब की बिक्री हो रही है. शराब के शौकीन लोगों को प्रतिदिन ऐसे चोरी छुपे चलनेवाली दुकानों से शराब मिल जाती है. लेकिन, इस बात की भनक न तो पुलिस कर्मियों को होती है और ना ही उत्पाद विभाग के कर्मियों को. इसके कारण अवैध शराब का धंधा तेजी से चल रहा है.
जिले में शराब के कुछ ऐसे शौकीन लोग भी हैं जो शराब का सेवन करने के लिए प्रतिदिन झारखंड का दौरा करते हैं. शाम में कोडरमा जाकर शराब का सेवन करने के उपरांत अहले सुबह नवादा लौट आते हैं. कभी-कभी तो बॉडर पर जांच में कमी रहने पर लोग झारखंड से शराब खरीद कर सीधे नवादा आकर इसका उपभोग करते हैं. शराबबंदी को लेकर सरकार द्वारा कई तरह के कानून बनाये गये हैं. उत्पाद विभाग व बिहार पुलिस द्वारा शराबबंदी को पूर्णरुपेण लागू करने को लेकर कार्रवाई की जा रही है.
उत्पाद विभाग की ओर से अब तक चलाये गये अभियान में सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. उत्पाद विभाग तथा प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे अभियान का भय शराब के शौकीन लोगों में नहीं देखी जाती है. जिला मुख्यालय के ही कई स्थानों पर चोरी छिपे-बेची जा रही शराब की जानकारी ऐसे शराब के शौकीनों को होती है.
शाम ढलते ही चोरी छिपे चलनेवाली शराब की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगनी शुरू हो जाती है. कभी-कभी तो शराब की मात्रा कम रहने व डिमांड अधिक रहने पर खरीदारों के बीच डाक बोली जाती है. अधिक कीमत देनेवाले व्यक्ति को शराब की बोतल उपलब्ध करायी जाती है.
ग्रामीण क्षेत्रों में भी चोरी छिपे बनायी जा रही महुआ शराब
प्रतिबंध के बावजूद भी जिले के जंगली इलाकों में चोरी-छिपे महुआ शराब का निर्माण किया जा रहा है. रात के अंधेरे में जावा महुआ से शराब का निर्माण कर इसके ग्राहकों के बीच पहुंचायी जाती है.
ग्रामीण क्षेत्रों में यह व्यवस्था धड़ल्ले से चल रही है. इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं होती है. कई लोगों ने तो बताया कि जंगली इलाका होने के कारण पुलिस इन क्षेत्रों में नहीं पहुंच पाती है, जिसका फायदा अवैध शराब निर्माण से जुड़े लोग उठाते है. जंगली क्षेत्रों के साथ-साथ समीपवर्ती कोडरमा जिले से जुड़े क्षेत्रों में अवैध शराब की भट्ठियां चल रही है. लेकिन, उत्पाद विभाग व स्थानीय पुलिस विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जाती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
जिले में पूर्ण शराबबंदी को लागू करने के लिए उत्पाद विभाग पूरी तरह तत्पर है. विभाग की ओर से कई क्षेत्रों में लगातार छापेमारी व बॉर्डर पर वाहनों की जांच की जाती है. जल्द ही वैसे इलाकों में भी अभियान चलाकर अवैध शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया जायेगा, जहां रात के अंधेरे में शराब का निर्माण किया जाता है.
प्रेम प्रकाश, उत्पाद अधीक्षक, नवादा
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