नवादा (सदर) : अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पंजाब नेशनल बैंक ने पूरे देशभर में महिलाओं के लिए पावर सेविंग अकाउंट शुरू की है. मंगलवार को नवादा में इस योजना का शुभारंभ बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक पीके कनौजिया ने महिलाओं को पासबुक प्रदान कर किया. पहले ही दिन पीएनबी की मुख्य शाखा में डेढ़ सौ से अधिक महिलाओं का खाता खोला गया.
योजना की शुरुआत करते हुए क्षेत्रीय प्रबंधक पीके कनौजिया ने कहा कि बैक ने यह योजना अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर महिलाओं को प्रदान किया है. पावर सेविंग अकाउंट के नाम से इस योजना की शुरुआत की गयी है. इसमें शहरी क्षेत्र की महिलाएं एक हजार रुपये तथा ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं पांच सौ रुपये से अपना खाता खुलवा सकती है.
इस योजना के तहत खातेधारक की खाते में तीन महीने तक 25 हजार रुपये जमा रहने पर खातेधारक का पांच लाख रुपये का नि:शुल्क लाभ मिलेगा. निफ्ट सेवा, एसएमएस सेवा, 10 हजार तक का डीडी, छह महीने में 40 चेक सुविधा फ्री में उपलब्ध होगी. जबकि हाउसिंग लोन, कार लोन, व्हीकिल लोन में कोई चार्च नहीं कटेगा. उन्होंने कहा कि पति-पत्नी ज्वाइंट खाते में भी महिला का नाम प्रधान खातेधारक के रूप में रहने पर यह सुविधा उपलब्ध होगी.
महिलाओं को क्रेडिट कार्ड भी प्रदान किया जायेगा. इसमें 50 हजार रुपये का नकद भुगतान मिल सकता है. महिला दिवस के मौके पर जिले भर में पांच सौ से अधिक महिलाओं के खाते खोले गये. एलडीएम गुरुपद प्रधान, वरीय शाखा प्रबंधक अमित कुमार, बैंक अधिकारी महेश कुमार, रेणु कुमारी, अंजली कुमारी, पीएनबी मैटलाइव के एआरएम राजू सिन्हा सहित अनेक लोग मौजूद थे.
अब भी निर्माण अधूरा, बढ़ेगा खर्च
शहर के कलाली रोड बड़ी दरगाह के बीच खुरी नदी पर आरसीसी पुल का निर्माण करोड़ों रुपये की लागत से किया जा रहा है. लेकिन अधिकारियों व ठेकेदार की लापरवाही के कारण तय समय सीमा के अंदर पुल का निर्माण हो पाना संभव नहीं दिख रहा है.
नवादा (सदर) : मुख्यमंत्री सेतु निर्माण योजना के अंतर्गत कलाली रोड बड़ी दरगाह के बीच खुरी नदी पर आरसीसी पुल का निर्माण एक वर्ष में भी पूरा नहीं हो पाया है. विभागीय व ठेकेदार की लापरवाही के कारण पुल निर्माण के लिए बनाये गये गड्ढों से आमजनों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
इस रास्ते से गुजनेवाले दर्जनों बाइक अब तक दुर्घटनाग्रस्त हो चुके हैं. तत्कालीन नवादा विधायक पूर्णिमा यादव व गोविंदपुर विधायक कौशल यादव के विधायक के मद से चार करोड़ 87 लाख 50 हजार की लागत से पुल का निर्माण किया जाना था. पुल निर्माण को लेकर रखी गयी आधारशिला के बाद एक साल के भीतर कार्य पूर्ण करने का समय दिया गया था. 31 मार्च को यह समय सीमा पूरा हो रहा है. इसके बाद भी अब तक पुल निर्माण की गति काफी मंथर है. इससे अगले एक साल के भीतर पुल का निर्माण हो पाना संभव नहीं है.
पांच स्पैन व छह पाया के बीच 96.80 मीटर पुल का निर्माण किया जाना था. परंतु अब तक महज 4 पाया ही खड़ा किया गया है. शेष पाये के निर्माण के लिए तीव्र गति से कार्य भी नहीं किया जा रहा है. पुल के निर्माण में पायल की गहरायी 23 मीटर दिया जाना था. साढ़े सात मीटर चौड़ा इस पुल के निर्माण के लिए बिहार राज्य पुल निर्माण निगम ने ठेकेदार हिसुआ निवासी राजेंद्र प्रसाद को कार्य करने की जिम्मेवारी दी थी.
इस पुल के दोनों ओर डेढ़ सौ मीटर लंबा व सात मीटर चौड़ा पहुंच पथ का निर्माण भी किया जाना था. बताया जाता है कि निबंधित ठेकेदार राजेंद्र प्रसाद ने भी पेटिकॉन्ट्रेक्टर के रूप में किसी दूसरे को पुल निर्माण की जिम्मेवारी दे दी है. अक्तूबर में निर्माण के दौरान काम कई दिनों तक बंद कर दिया गया था. ठेकेदार ने बताया था कि विभाग द्वारा अब तक किये गये कार्य के रुपये विमुक्त नहीं किये जाने के कारण निर्माण कार्य काफी धीमा है.
साथ ही बताया गया था कि पाया ढ़लाई के दौरान पुल निर्माण निगम की ओर से कोई भी अधिकारी उपस्थित नहीं रहने के कारण भी निर्माण कार्य पर प्रतिकूल असर पड़ा था. दूसरे तरफ पुल निर्माण निगम से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि पेटिकॉन्ट्रेक्टर द्वारा निर्धारिक मानक के अनुसार कार्य नहीं किये जाने पर कार्य को रोक दिया गया था. अगले तीन महीने के लिए निर्माण से संबंधित एक्सटेंशन दिया गया है.