36.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

बड़े बूढ़े भी सीखेंगे कंप्यूटर

बड़े बूढ़े भी सीखेंगे कंप्यूटर प्रत्येक घर से एक व्यक्ति को करना है डिजिटली साक्षर14 वर्ष से 60 वर्ष तक के लोग पा सकेंगे प्रशिक्षणएससी, एसटी व बीपीएल परिवार के सदस्य पायेंगे नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयअब घरों के बड़े बूढ़े भी नौजवानों की तरह स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप चला सकेंगे़ डिजिटल होती दुनिया में सोशल […]

बड़े बूढ़े भी सीखेंगे कंप्यूटर प्रत्येक घर से एक व्यक्ति को करना है डिजिटली साक्षर14 वर्ष से 60 वर्ष तक के लोग पा सकेंगे प्रशिक्षणएससी, एसटी व बीपीएल परिवार के सदस्य पायेंगे नि:शुल्क प्रशिक्षण प्रतिनिधि, नवादा कार्यालयअब घरों के बड़े बूढ़े भी नौजवानों की तरह स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप चला सकेंगे़ डिजिटल होती दुनिया में सोशल नेटवर्किंग से अपने विचारों से अवगत करायेंगे़ सेल्फी व विडियो चैटिंग कर युवा पीढ़ी से कदमताल मिलायेंगे़ सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘डिजिटल इंडिया’ के तहत इस मुहिम की पहल जिले में शुरू हो गयी है़ साथ ही सूचना व तकनीक की दुनिया में निर्धन, दलित, जरूरतमंद, आदिवासी परिवार के लोगों के सपनों को पंख देकर उड़ान भरने का काम डिजिटल इंडिया करनेवाला है़ केंद्र सरकार की योजना डिजिटल इंडिया के तहत एक परिवार से एक सदस्य को डिजिटली साक्षर किया जाना है़ डिजिटल साक्षरता अभियान ‘दिशा’ के तत्वावधान में शहर के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करनेवाले परिवारों के साथ पिछड़ा वर्ग व सामान्य वर्ग के लोगों को भी कंप्यूटर साक्षरता का प्रशिक्षण दिया जाना है़ शहर के ऐपटेक कंप्यूटर कैंपस में आइसेक्ट के निदेशक शिवम कुमार के निर्देशन में अब तक तीन सौ छात्रों को डिजिटल साक्षरता अभियान का प्रशिक्षण दिया गया़ संस्थान द्वारा 14 वर्ष से लेकर 60 वर्ष की आयुवाले व्यक्तियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है़ दो चरणों में होगा प्रशिक्षणदिशा के तहत लोगों को मोबाइल, टेबलेट, कंप्यूटर जैसे डिजिटल उपकरणों की जानकारी दी जानी है़ इन उपकरणों को चलाने, उपयोग करने, ईमेल पढ़ने व भेजने, इंटरनेट सर्फिंग करने आदि का नि:शुल्क व विस्तृत प्रशिक्षित दिया जाता है़ पहले चरण का प्रशिक्षण कोई भी निरक्षर या सातवीं पास व्यक्ति कर सकता है़ दूसरे चरण में सूचना तकनीकी क्षेत्र की उच्चस्तरीय जानकारी दी जाती है़. इसमे प्रशिक्षणार्थियों को ई-गर्वनेंस के विभिन्न आयाम, सरकारी योजनाओं व सेवाओं तक पहुंच बनाने का प्रशिक्षण दिया जाता है़. इसमें कोई भी साक्षर या आठवीं पास व्यक्ति पंजीकृत हो सकता है़ एससी, एसटी व बीपीएल परिवारों के सदस्य नि:शुल्क प्रशिक्षण पाते हैं. साथ ही सामान्य तथा पिछड़े वर्ग के लोगों के लिए 125 रुपये का शुल्क भुगतान करना होता है़इंटरनेट से होती है पढ़ाईइस प्रशिक्षण के लिए व्यक्ति के आधार कार्ड का नंबर आवश्यक है़ प्रशिक्षण केंद्र आधार नंबर द्वारा व्यक्ति का रजिस्ट्रेशन करता है़ इसके बाद प्रशिक्षु को यूजरनेम व पासवर्ड दिया जाता है़ इससे प्रशिक्षु खुद वेबसाइट पर जाकर पढ़ाई कर सकते है़ं प्रशिक्षण पाने के बाद कंप्यूटर पर ऑनलाइन परीक्षा होती है. साथ ही परिणाम के आधार पर प्रशिक्षु को तत्काल औपबंधिक प्रमाणपत्र प्रोविजनल सर्टिफिकेट प्राप्त हो जाता है़लोगों को प्रशिक्षित कर रहा संस्थानन्यू एरिया स्थित एसबीआ के पास आइसेक्ट के निदेशक शिवम कुमार डिजिटल साक्षरता अभियान ‘दिशा’ के तहत नागरिकों को प्रशिक्षित करते है़ं सैकड़ों छात्रों को इस कार्यक्रम का लाभ मिल चुका है़ संस्थान के प्रशिक्षक इंद्रजीत कुमार, प्रीति कुमारी, नीतीश कुमार आदि प्रशिक्षणार्थियों को डिजिटल इंडिया की हरसंभव जानकारी देते है़ंक्या कहते हैं प्रशिक्षुडिजिटल साक्षरता अभियान द्वारा मोबाइल, टेबलेट, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि की बेसिक जानकारी मिली़. इन उपकरणों को चलाने तथा उपयोग करने के बारे में सीखकर अच्छा लगा़रौशन कुमार, छात्रसूचना व तकनीकी के दौर में लेटेस्ट गैजेट्स व इंफॉरमेशन पाने, जानने, समझने व शेयर करने के बारे में ढेर सारी जानकारियां मिली़मनीष कुमार, छात्रइंटरनेट का प्रभावी रूप से प्रयोग करके देश विदेश, शैक्षणिक व आर्थिक पहलुओं को जानने का मौका मिला़ आधुनिक युग में लोगों से सोशल साइटों द्वारा जुड़ने की जानकारी मिली़गुलनाज आबदीन, छात्राआज के अतिव्यस्त दिनचर्या में सामाजिक जीवन के साथ अपने कामों में डिजिटल तकनीकी से काफी सहूलियत हुई है़ दिशा के प्रशिक्षण से डिजिटल तकनीकी को बढ़ावा मिलेगा़ सिम्पी सोनम, छात्रा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें