केरोसिन वितरण की निगरानी का जिम्मा संबंधित वार्ड पार्षद को दी गयी थी. कागजों पर आज भी वार्ड पार्षद की ओर से केरोसिन वितरण का प्रमाण-पत्र विभाग को प्रति महीना दिया जा रहा है. प्रति वार्ड में प्रति महीना 750 लीटर केरोसिन का वितरण होना है. महीने की पांच, 10, 15, 20 एवं 25 तारीख को अलग-अलग प्वाइंटों पर केरोसिन का वितरण वार्ड पार्षद के निगरानी में किया जाना है. प्वाइंट तो दूर किसी मुख्य स्थान पर भी केरोसिन का वितरण नहीं होने से लोगों को कालाबाजारी में केरोसिन खरीद कर घर को रोशनी करना पड़ रहा है.
जिला मुख्यालय के कई वार्डो में कई परिवार ऐसे हैं जो पूर्णत: केरोसिन पर ही निर्भर हैं. योजना के अनुसार प्रति वार्ड में निर्धारित तारीख को हॉकर एक सौ 50 लीटर केरोसिन का वितरण करना है. प्रति माह प्रति वार्ड में सौ सौ 50 लीटर केरोसिन का वितरण किया जाना है. शहर के 33 वार्ड में से मलिन बस्ती वाले वार्ड में भी केरोसिन का वितरण नहीं हो पा रहा है. कागजों पर वितरण होनेवाले 32 हजार 250 लीटर केरोसिन का बारा-न्यारा अधिकारियों व पार्षदों के मिलीभगत के कारण हो रही है.