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विद्यार्थियों के लिए एक लाख सेट किताबें ही हैं उपलब्ध
नवादा (नगर) : सरकारी स्कूलों में किताबों की कमी व शिक्षकों की हड़ताल के कारण पूरे अप्रैल माह में पढ़ाई नहीं हो पायी. मई में गरमी की छुट्टी है. जून में स्कूल खुलने के बाद भी बच्चों को किताबें नहीं मिलेंगी. ऐसी स्थिति में गुणवत्ता परक शिक्षा की बात बेमानी हो रही है. कक्षा एक […]
नवादा (नगर) : सरकारी स्कूलों में किताबों की कमी व शिक्षकों की हड़ताल के कारण पूरे अप्रैल माह में पढ़ाई नहीं हो पायी. मई में गरमी की छुट्टी है. जून में स्कूल खुलने के बाद भी बच्चों को किताबें नहीं मिलेंगी. ऐसी स्थिति में गुणवत्ता परक शिक्षा की बात बेमानी हो रही है. कक्षा एक से आठ तक की पाठ्य पुस्तकें बिहार स्टेट टेक्स्ट बुक द्वारा उपलब्ध करायी जाती है.
सरकार के लाख प्रयास के बाद भी हर वर्ष 25 से 30 प्रतिशत नामांकित बच्चे बगैर किताब के ही पढ़ाई करने को विवश होते हैं. इस वर्ष भी अब तक हुई किताबों की उपलब्धता से स्पष्ट है कि 75 प्रतिशत से अधिक विद्यार्थियों को किताबें नहीं मिली है. गरमी की छुट्टी के बाद स्कूलों के खुलने पर किताबों की आपूर्ति की संभावना बतायी जा रही है. लेकिन, विभाग से मिल रही जानकारी के अनुसार, 25 से 30 प्रतिशत कटौती करके की किताबें उपलब्ध हो पायेगी. क्योंकि, किताबों की प्रिंटिंग ही अब तक नहीं हो पायी है.
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