नवादा : वारसी महाविद्यालय पांडेय गंगौट में वर्चस्व की लड़ाई अब पुलिस के पास पहुंच गयी है. कॉलेज के प्राचार्य प्रो विपिन सिन्हा ने रूपौ थाने में प्राथमिकी दर्ज करा कर राम विनय प्रसाद (पिता बालगोविंद सिंह) व राम विनय प्रसाद के बेटे बालकृष्ण मोहन पर आरोप लगाया कि इन दोनों ने कॉलेज के दूरस्थ शिक्षा अध्ययन केंद्र पर अवैध कब्जा जमा लिया है.
वर्ष 2010 से अब तक हुए डेढ़ करोड़ रुपये के शुद्ध मुनाफे का भी गबन कर लिया है. प्राचार्य ने आरोप लगाया कि वारसी कॉलेज कैंपस की विस्तारित वर्ष 2010 से नवादा में भी स्थित है. उक्त शाखा इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट डीम्ड विश्वविद्यालय से दूरस्थ शिक्षा अध्ययन केंद्र बीएच 25 के रूप में मान्यता प्राप्त है. उक्त कार्यालय का समस्त उपस्कर व संस्थान में कार्यरत सात कर्मियों के वेतन भुगतान कॉलेज फंड में जमा नहीं किया गया है. राम विनय प्रसाद व उनका बेटा बालकृष्ण मोहन दोनों ने सुनियोजित तरीके से जाली व फर्जी हस्ताक्षर बना कर बालकृष्ण मोहन स्वयं को-ऑर्डिनेटर बन गये हैं.
8 अप्रैल, 2014 को डिम्ड विश्वविद्यालय के उपकुलपति सह निदेशक दूरस्थ शिक्षा ने इसे रद कर प्राचार्य विपिन कुमार को को-ऑर्डिनेटर बना दिया है. इसके बाद शुद्ध मुनाफे की डेढ़ करोड़ रुपये के गबन व अवैध दस्तखत बना कर को-ऑर्डिनेटर बनाने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. थानाध्यक्ष ने 23 अप्रैल को प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है.