दो-तीन दिनों में काम करने लगेगा केंद्र
बिहारशरीफ. टीबी के मरीजों के इलाज में सहूलियत के लिए पावापुरी मेडिकल कॉलेज में डीएमसी केंद्र बहुत जल्द ही शुरू होगा. इसकी तैयारी जिला यक्ष्मा केंद्र की ओर से कर ली गयी है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि इस क्षेत्र के टीबी के संदिग्ध या कंफर्म मरीज पावापुरी मेडिकल कॉलेज के डीएमसी में आकर सहज रूप से बलगम की जांच करा सके. इस कार्य को मूर्तरूप देने के जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ रविन्द्र कुमार मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक डॉ ज्ञानभूषण से गुरुवार को मिले.
डीएमसी के लिए उपलब्ध कराये गये भवन
पावापुरी मेडिकल कॉलेज में डीएमसी केन्द्र का संचालन करने के लिए जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ.कुमार ने कॉलेज के अधीक्षक डॉ ज्ञानभूषण से भवन उपलब्ध कराने का आग्रह किया.
डीटीओ डॉ.रविन्द्र कुमार ने बताया कि अधीक्षक ने उनके आग्रह पर कॉलेज परिसर में डीएमसी केन्द्र के संचालन के लिए एक कमरा उपलब्ध करा दिया है. मरीजों के हित में यह केंद्र एक-दो दिनों में चालू कर दिया जायेगा.इसकी सारी प्रक्रिया पूरी कर लेने के बाद कॉलेज परिसर में डीएमसी काम करने लगेगा.
बलगम जांच की होगी मुकम्मल व्यवस्था
इस डीएमसी में टीबी के मरीजों के बलगम जांच की मुकम्मल व्यवस्था होगी. बलगम जांच के लिए माइक्रोस्कोप मशीन,आवश्यक अन्य उपकरण शीघ्र उपलब्ध करा दिये जाएंगे.डीटीओ डॉ.कुमार ने बताया कि कॉलेज के ओपोडी में इलाज के लिए पहुंचने वाले टीबी के मरीजों के बलगम की जांच ओपीडी के चिकित्सक के सलाह के अनुसार की जाएगी.
साथ ही जांच रिपोर्ट व चिकित्सक के सलाह के अनुसार संबंधित टीबी के मरीजों को जीवनरक्षक दवाइयां उपलब्ध करायी जाएंगी. इस शुरू होने वाले डीएमसी में जिला यक्ष्मा विभाग की ओर से टीबी के मरीजों के इलाज के लिए आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयां भी उपलब्ध करायी जाएंगी.ताकी चिकित्सक के सलाह के मुताबिक टीबी के मरीजों को सहज रूप से दवा उपलब्ध करायी जा सके.