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रात्रि गश्ती में कोताही पर नपेंगे
समीक्षा. जिले के पुलिस अफसर बरत रहे सुरक्षा में लापरवाही पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने सभी थानाध्यक्षों को रात्रि गश्त करने एवं नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलाने का आदेश जारी किया हुआ. इसके बावजूद कई थाना क्षेत्रों मे न तो पुलिस की गश्ती देखी जा रही है और न ही वाहन चेकिंग अभियान […]
समीक्षा. जिले के पुलिस अफसर बरत रहे सुरक्षा में लापरवाही
पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने सभी थानाध्यक्षों को रात्रि गश्त करने एवं नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलाने का आदेश जारी किया हुआ. इसके बावजूद कई थाना क्षेत्रों मे न तो पुलिस की गश्ती देखी जा रही है और न ही वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है.
बिहारशरीफ. दुर्गापूजा व मुहर्रम का पर्व नजदीक होने व वर्तमान समय में देश के हालात को देखते हुए सुरक्षा में जरा सी भी कोताही भारी पड़ सकती है. इसके बावजूद जिले के थानाध्यक्ष इसमें कोताही बरत रहे हैं.
वरीय अधिकारियों के सख्त निर्देश के बाद भी थानाध्यक्ष इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने सभी थानाध्यक्षों को रात्रि गश्त करने एवं नियमित रूप से वाहन चेकिंग अभियान चलाने का आदेश जारी किया हुआ. इसके बावजूद कई थाना क्षेत्रों मे न तो पुलिस की गश्ती देखी जा रही है और न ही वाहन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. जिले के संवेदनशील क्षेत्रों गिरियक,राजगीर, खुदागंज के थाना क्षेत्रों में भी इस तरह की लापरवाही देखने को मिल रही है.
बड़ी घटनाएं रात्रि के समय ही होती हैं. इसके अलावा अवैध शराब के कारोबारी भी रात्रि के समय ही अपने कारोबार को संचालित करने के लिए शराब को एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं और लाते हैं. ऐसे में रात्रि गश्ती न निकालना व वाहन चेकिंग न चलाना ऐसे अपराधियों के लिए मददगार साबित हो रहा है. इस तरह की शिकायत मिलने पर जब पुलिस अधीक्षक खुद इस संबंध में जांच की तो हकीकत सामने आ गया है. पुलिस अधीक्षक ने रात्रि के समय कुछ थानाध्यक्षों के मोबाइल पर रात्रि गश्ती के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए फोन किया, तो थानेदार के सरकारी मोबाइल की घंटी बजती रही, मगर उन्होंने फोन उठाने तक का प्रास नहीं किया. इसका मतलब यह निकला कि सभी थानेदारी रात्रि में सुखचैन की नींद सो रहे थे. जिले के चार थानाध्यक्षों के मोबाइल पर फोन किये गये और सभी के सभी फोन रिसिव नहीं किये.
चार थानाध्यक्षों से जवाब-तलब
जिले के चार थानाध्यक्षों पर गाज गिर सकती है. इन चार थानाध्यक्षों पर रात्रि गश्ती व वाहर चेकिंग के प्रति उदासीनता बरतने का आरोप है. जिन चार थानाध्यक्षों पर यह आरोप लगा है, उनमें राजगीर,खुदागंज,परबलपुर एवं गिरियक के थानाध्यक्ष शामिल हैं. पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने इन चारों थानाध्यक्ष से जवाब-तलब करते हुए उन्हें 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण देने को कहा है. इन थानाध्यक्षों को भेजे गये पत्र में एसपी कुमार आशीष ने कहा है कि चार अक्तूबर की रात में थाना गश्ती निकाले के संबंध में आपके थाना के सरकारी मोबाइल पर संपर्क करने का लगातार प्रयास किया गया, लेकिन आपके द्वारा फोन नहीं उठाया गया. इससे स्पष्ट है कि आपके द्वारा थाना गश्ती नहीं निकाली गयी और आप सोये हुए होंगे.
पत्र में इस बात को याद दिलाया गया है कि आप थानाध्यक्ष के पद पर पदस्थापित हैं और आपकी जिम्मेवारी है कि नियमित रूप से थाना गश्ती निकाली जाये, मगर आपके द्वारा गश्ती नहीं निकाली गयी. यह कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही एवं कर्तव्यहीनता को परिलक्षित करता है. अत: आपको निर्देश दिया जाता है कि इस संबंध में 24 घंटे के अंदर अपने स्पष्टीकरण पुलिस अधीक्षक कार्यालय में समर्पित करें.
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