समीक्षा. नियमित रूप से मासिक प्रतिवेदन भी दें, संदिग्ध मरीजों पर रखें नजर
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समय पर मरीजों को दवा उपलब्ध हो
समीक्षा. नियमित रूप से मासिक प्रतिवेदन भी दें, संदिग्ध मरीजों पर रखें नजर डीएलओ ने की एलसीडीसी की समीक्षा पारा मेडिकल वर्करों को मिले टास्क बिहारशरीफ : समय पर मरीजों को जीवनरक्षक दवाइयां उपलब्ध करायें. बेहतर-से बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के प्रति बराबर सजग रहें. ताकि बीमारी पर पूरी तरह से काबू पाया जा […]
डीएलओ ने की एलसीडीसी की समीक्षा
पारा मेडिकल वर्करों को मिले टास्क
बिहारशरीफ : समय पर मरीजों को जीवनरक्षक दवाइयां उपलब्ध करायें. बेहतर-से बेहतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के प्रति बराबर सजग रहें. ताकि बीमारी पर पूरी तरह से काबू पाया जा सके और मरीजों को रोग मुक्त बनाकर स्वास्थ्य लाभ दिला सकें.
गुरुवार को जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी कार्यालय परिसर में आयोजित मासिक बैठक में यह हिदायत पारा मेडिकल वर्करों को जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. रविन्द्र कुमार ने दी. डीएलओ डॉ. कुमार ने पिछले महीने जिले में चलाये गये एलसीडीसी अभियान की समीक्षा की. पीएचसी वार इसकी समीक्षा की गयी. समीक्षा के दौरान डीएलओ डॉ. कुमार ने सभी पारा मेडिकल वर्करों को निर्देश दिया कि हर माह का मासिक प्रतिवेदन जिला कुष्ठ निवारण कार्यालय को समय पर उपलब्ध करायें.
ताकी प्रतिवेदन के आलोक में रोगियों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने की दिशा में और भी ठोस कदम उठाये जा सकें. डीएलओ डॉ. कुमार ने जिले के हर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के पारा मेडिकल वर्कर को हिदायत दी है कि क्षेत्रों में चिंहित होने वाले लेप्रोसी के संदिग्ध मरीजों पर नजर रखें. साथ ही इसकी चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने की दिशा में सजग रहें. संदिग्ध मरीज मिलने पर उसे निकट के अस्पताल में ले जाकर उसकी चिकित्सीय जांच कर इलाज शुरू किया जा सके.
जांच में अगर लेप्रोसी कंफर्म की पुष्टि हो जाती है तो तुरंत उसका पंजीयन कर चिकित्सा शुरू कर दी जाय. पिछले पांच सितंबर से 18 सितंबर तक चलाये गये एलसीडीसी अभियान के दौरान जो संदिग्ध मरीज मिले थे जिनका कंफर्म जांच की गयी. इसके बावजूद जो मरीज कंफर्म होने से किसी तरह से बच गये हैं. उन्हें चिकित्सीय जांच कर कंफर्म करने की दिशा में कदम उठाया जाय.
क्षेत्रों का हो नियमित भ्रमण
एलसीडीसी की समीक्षा करते हुए जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी डॉ. कुमार ने सभी पीएचसी के पारा मेडिकल वर्करों को कई टास्क दिये. वर्करों को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने पीएचसी के क्षेत्रों का नियमित रूप से भ्रमण करें.
ताकी नये संदिग्ध मरीज मिलने पर उसका सहज रूप से इलाज किया जा सके. उन्होंने निर्देश दिया कि संबंधित क्षेत्र की आशा भी अपने-अपने क्षेत्रों में जायें और कंफर्म मरीजों पर नजर रखें कि वह नियमित रूप से दवा का सेवन कर पा रहे हैं या की नहीं. इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. जिले हर पीएचसी में इसकी जांच व इलाज की सुविधाएं उपलब्ध हैं. इस मौके पर चिकित्सा पर्यवेक्षक उमेश प्रसाद, एलटी विजय कुमार, संजय कुमार, गोरेलाल प्रसाद समेत जिले के हर पीएचसी के पारा मेडिकल वर्कर उपस्थित थे.
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