पांचवीं कक्षा तक की होती पढ़ाई
स्कूल में तीन शिक्षक हैं कार्यरत
बिहारशरीफ : जिले के बिंद प्रखंड के प्राथमिक स्कूल रामपुर के भवन की स्थिति काफी जर्जर है. बच्चे जर्जर भवन में भयभीत होकर पढ़ने को विवश हैं.भवन की हालत इतनी दयनीय है कि कभी भी ध्वस्त हो सकता है और किसी अनहोनी की घटना धट सकती है.
अत्यंत पिछड़ा बहुल इस गांव में संचालित प्राथमिक स्कूल में वर्ग एक से लेकर पांच तक की पढ़ाई होती है करीब एक सौ चालीस बच्चे नामांक्ति हंै. इन बच्चों को पढ़ाने के लिए तीन शिक्षक कार्यरत हैं ,दो कमरों वाला इस विधालय में एक कमरे का कुछ भाग टूटकर गिर चुका है दूसरे कमरों में एमडीएम का चावल सहित अन्य सामग्री रखी है इन्हीं टूटे कमरों में बच्चों की पढ़ाई की जा रही है. भवन की जर्जर स्थिति से बच्चे के अविभावक भी किसी अनहोनी से भयभीत रहते हैं. वहीं शिक्षक भी भयभीत होकर बच्चों की पढ़ाई प्रतिदिन करते हैं.
शौचालय की व्यवस्था नहीं
बिधालय में शौचालय की व्यवस्था नहीं है. शौचालय के अभाव में छात्रों को इधर- उधर जाना पड़ता है. वही कार्यरत शिक्षकों को भी परेशानी उठानी पड़ रही है.
सबसे ज्यादा परेशनियों का सामना कार्यरत महिला शिक्षकों को डठानी पड़ रही है .विधालय के बगल में पेयजल की व्यवस्था तो है लेकिन बच्चों को दोपहर में मिलने वाली एमडीएम बनाने के लिए भोजन शेड नहीं है.
लिहाजा विधालय के क्षतिग्रस्त बरामदे में भोजन बनाया जा रहा है. गांव के ग्रामीण शिवनारायण पासवान, स्वार्थ शर्मा, मंजु शर्मा, प्रमोद कुमार विशुनदेव प्रसाद आदि ने बताया कि हमारे गांव के बच्चों को पढ़ने के लिए सरकार ने स्कूल तो खोल दिया लेकिन भवन निर्माण नहीं किया गया .पुराने जर्जर भवन में बच्चे पढ़ते हैं कभी भी अप्रिय धटना धटने की आशंका बनी रहती है.
हमलोग बच्चे को लेकर काफी भयभीत रहते हैं. गांव के लिए गुणवता पूर्ण् शिक्षा बेमानी लगती है, मुखिया नर्मदेश्वर प्रसाद ने कहा कि जर्जर भवन के बारे में डीएम को लिखा जायेगा , प्रधानाध्यापिका पिंकी कुमारी ने बताया कि विधालय भवन की जर्जर स्थिति की जानकारी बीईओ को दे दी गयी है,