राजगीर : ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने कुंड क्षेत्र के अंबेदकर चौक पर भारत रत्न संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अांबेडकर की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किया. इस मौके पर श्री कुमार ने कहा कि बाबा साहब के बताये गये रास्ते पर चल कर ही समाज और देश का समुचित विकास किया जा सकता है.
इस मौके पर स्थानीय विधायक रवि ज्योति कुमार,पूर्व जिला पार्षद अनीता गहलौत,सीपीएम के परमेश्वर प्रसाद,राजेश्वर पांडेय,बादल कुमार,अशोक कुमार हिमांशु,उमेश भगत, डॉ. विनोद कुमार, संजय गुप्ता, जय राजवंशी, श्यामदेव राजवंशी आदि लोगों ने भी बाबा साहब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित की. सरमेरा (नालंदा) : प्रखंड परिसर स्थित मनरेगा भवन के समक्ष जदयू के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने हर्षोल्लास पूर्वक डॉ. भीमराव अंबेदकर की 125 वीं जयंती मनायी.
इस मौके पर उपस्थित लोगों में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उनके जीवने पर विस्तार पूर्वक चर्चा करते हुए दलितों व पीडि़तों का मसीहा बताया. इस अवसर पर जदयू के प्रखंड अध्यक्ष बाल कुंवर मांझी, जिला उपाध्यक्ष पंचानंद सिंह चंद्रवंशी, सचिव शशिभूषण प्रसाद, श्याम सुंदर गुप्ता, बलराम प्रसाद चंद्रवंशी एवं सुशील कुमार चंद्रवंशी सहित अन्य लोग उपस्थित थे. एकंगरसराय. प्रखंड क्षेत्र के कई जगहों पर बाबा साहब भीमराव अांबेडकर की जयंती मनायी गयी.
भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी, राजद नेताओं, कार्यकर्ताओं ने आंबेडकर के चित्रों पर माल्यार्पण कर उनके बताये रासते पर चलने की अपील की गयी. भाकपा अंचल कमेटी के सचिव रामलखन पासवान ने कहा कि डॉ अांबेडकर गरीबों,दलितों, असहायों के उत्थान के लिए बराबर संघर्षरत रहे हैं. बैठक में रामभजन सिंह यादव, अखिलेश प्रसाद सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे. प्रखंड भाजपा अध्यक्ष अमीय कुमार की अध्यक्षता में अांबेडकर की जयंती मनायी गयी.
इस अवसर पर भाजपा नेता मदन प्रसाद भी उपस्थित थे. बरबीघा़ स्थानीय ज्ञान निकेतन रेसिडेंसियल स्कूल में बाबा भीमराव अांबेडकर की 125 वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी. जिसकी अध्यक्षता विद्यालय के निदेशक पूर्व प्राचार्य डॉ रामविलास सिंह ने की. इस मौके पर क्षेत्र के जेपी आंदोलन के सिपाही युवा नेता शिवकुमार मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद थे तथा क्षेत्र के वरिष्ठ पत्रकार डॉ दामोदर वर्मा ने संबोधित किया एवं पुष्पांजलि अर्पित किया.
सभा को संबोधित करते हुए शिव कुमार ने कहा कि भीमराव अांबेडकर एक आध्यात्मिक विचार है. सामाजिक क्रांति के नैतिक आदर्श के रूप में आज भी प्रासंगिक है. प्रबल संगठनकर्ता के रूप में इनके तीन आदर्श शिक्षित बनो, संगठित रहो,संघर्ष करो की नीति की आज सर्वत्र चर्चा है. ये महात्मा बुद्ध के अनुयायी थे.
उन्होंने कहा कि प्रज्ञा विचार महत्वपूर्ण है केवल ज्ञान खतरनाक है, इसमें सील आचरण भी जरूरी है. प्रज्ञा सील करना और मैत्री भावों से संचालित समाज ही समरस समाज बन सकता है. मौके पर वरिष्ठ पत्रकार डॉ वर्मा ने कहा कि समाज में छूआछूत, जातिवाद के कट्टर विरोधी थे.
हिंदू कोडबिल में महिलाओं को पैतृक संपति में अधिकार दिलाने का पहला इन्होंने श्रम कानून को लागू किया. राष्ट्र निर्माता के रूप में आज भी ये चर्चित है. इसके पूर्व स्कूल के छात्रों ने भी बाबा साहब की जीवने पर प्रकाश डाली. जिसमें कविता कुमारी, पुष्पांजलि कुमारी, पलक गुप्ता, आशुतोष नयन वर्मा, सौरभ कुमार शामिल है. आगत अतिथियों का स्वागत करते हुए निदेशक डॉ. रामविलास ने किया.