नालंदा : सूर्यपीठ बड़गांव के सूर्य तालाब में प्रतिमा विसर्जन पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद इस ऐतिहासिक तालाब में शुक्रवार को बेरोकटोक करीब 60 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया. यह प्रतिमा विसर्जन का काम स्थानीय पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में हुई. मालूम हो कि राजगीर की पूर्व एसडीओ रचना पाटिल ने इस सूर्य तालाब […]
नालंदा : सूर्यपीठ बड़गांव के सूर्य तालाब में प्रतिमा विसर्जन पर प्रतिबंध है. इसके बावजूद इस ऐतिहासिक तालाब में शुक्रवार को बेरोकटोक करीब 60 प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया.
यह प्रतिमा विसर्जन का काम स्थानीय पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में हुई. मालूम हो कि राजगीर की पूर्व एसडीओ रचना पाटिल ने इस सूर्य तालाब की ऐतिहासिक महत्व को देखते हुए प्रतिमा के विसर्जन पर प्रतिबंध लगाया था.
उनके कार्यकाल में इस तालाब में किसी भी प्रतिमा का विसर्जन नहीं किया जाता था. एसडीओ के आदेश को सख्ती से लागू किया जाता था.
नालंदा थाने में आयोजित शांति समिति की बैठक में ग्रामीणों एवं जनप्रतिनिधियों की मांग पर सिलाव बीडीओ अलख निरंजन ने कहा था कि एसडीओ के आदेश का अनुपालन किया जायेगा. इस ऐतिहासिक सूर्य तालाब में किसी भी कीमत पर प्रतिमा विसर्जन नहीं होने दिया जायेगा.
लेकिन एसडीओ का आदेश धरा का धरा रह गया और प्रतिमा का विसर्जन पूरे दिन होता रहा. पंडा कमेटी के अध्यक्ष लव मिश्रा ने बताया कि प्रतिमा विसर्जन किये जाने से तालाब का पानी गंदा व हरा हो गया है. इस तालाब का पानी स्नान और पीने के लायक नहीं रह गया है. इससे चर्म रोग होने के भी खतरे बन गये हैं.