बिहारशरीफ : बारिश के अभाव में जिले में धान की रोपनी का कार्य मंद गति से चल रहा है. पानी के अभाव में किसान धान की रोपनी के लिए बारिश का इंतजार कर रहे हैं. इस इंतजार में धान एक तो समय निकलता जा रहा है, दूसरी ओर धान के बिचड़े भी खराब होते जा रहे हैं.
जुलाई माह में निर्धारित औसत बारिश से 16.23 फीसदी कम बारिश हुई. बीते माह की औसत बारिश 252.80 एमएम निर्धारित थी, जबकि 211.78 एमएम बारिश हुई थी. पहली अगस्त को औसत बारिश 9.1 एमएम निर्धारित है, जबकि 11.22 एमएम बारिश हुई है. बारिश की इस स्थिति से किसान खुश नहीं है और वे भरपूर बारिश होने का इंतजार कर रहे हैं. जिसमें इस खेत से उस खेत पानी हो जाये. ऐसी बारिश नहीं होने की वजह से किसान धान की रोपनी करने से हाथ खींच रहे हैं.
इसके कारण धान की रोपनी के कार्य में तेजी नहीं आ सकी है. 1.28 लाख हेक्टेयर में धान की रोपनी का लक्ष्य है. जबकि 65 हेक्टेयर में धान की रोपनी हो सकती है. किसानों की इस स्थिति से चिंतित राज्य सरकार ने डीजल अनुदान की राशि मुहैया करायी है.
धान की तीन पटवन के लिए डीजल अनुदान
किसानों को धान की फसल की तीन पटवन के लिए डीजल अनुदान मिलेगा. इसके अलावा मक्का फसल के लिए भी तीन पटवन के लिए डीजल अनुदान उपलब्ध होगा. इसके तहत किसानों को प्रति एकड़ डीजल अनुदान के रूप में 250 रुपये मिलेंगे. विभाग का मानना है कि एक एकड़ खेत की पटवन में दस लीटर डीजल खर्च होते हैं. विभाग किसानों को प्रति 25 रुपये अनुदान के रूप में देगा. एक एकड़ धान की फसल की तीन पटवन के लिए किसानों को 750 रुपये मिलेंगे.
कैसे करेंगे अनुदान प्राप्त
डीजल अनुदान प्राप्त करने के लिए किसानों को डीजल की खरीदारी करने वाले पेट्रोल पंप से रसीद लेना होगा. उस रसीद को किसान डीजल अनुदान वाले आवेदन में लगा कर किसान सलाहकार कृषि समन्वयक या फिर प्रखंड कृषि कार्यालय को देंगे. उस आवेदन का कृषि समन्वयक सत्यापित कर प्रखंड कृषि पदाधिकारी कार्यालय में जमा करेंगे. बीएओ द्वारा किसानों के बैंक खाते में डीजल अनुदान की राशि भेज दी जायेगी.
किसान उठाएं डीजल अनुदान का लाभ:
बारिश के इंतजार में धान की रोपनी नहीं करने वाले किसानों से आग्रह है कि वे बारिश की आस छोड़ डीजल इंजन के माध्यम से धान की रोपनी करें. विभाग द्वारा किसानों को प्रति एकड़ 250 रुपये डीजल अनुदान के रूप में दिये जायेंगे.
धान की फसल को तीन पटवन के लिए किसानों को डीजल अनुदान मिलेगा. जिले के सभी प्रखंडों में डीजल अनुदान की राशि भेज दी गयी है. प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को डीजल अनुदान का आवेदन जेनरेट करने की हिदायत दी गयी है. इसकी नित्य दिन मॉनीटरिंग की जा रही है.
अशोक कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी नालंदा