बिहारशरीफ : जिले के डिग्री कॉलेजों में स्नातक प्रथम खंड में नामांकन की शुरूआत होते ही विद्यार्थियों की भीड़ उमड़ पड़ी है. कॉलेजों के आवेदन फॉर्म के काउंटर,एडमिशन काउंटर के साथ-साथ पूरे परिसर में विद्यार्थियों की भारी भीड़ जुट रही है. विद्यार्थी मनचाहे सब्जेक्ट में ऑनर्स मिलने की उम्मीद में अपना नामांकन कराने में जरा भी देर करना नहीं चाहते हैं.
विशेष रूप से जिले के संबद्व कॉलेजों में तो विद्यार्थी अपना नामांकन फॉर्म खरीदने के तुरंत बाद उसे भरकर आनन – फानन में अपना नामांकन कराते दिख रहे हैं. कॉलेज परिसरों का आलम यह है कि कहीं विद्यार्थी बाइक की सीट पर रखकर अपना आवेदन फॉर्म भर रहे हैं तो कहीं जमीन पर बैठकर ही फॉर्म भरे जा रहे हैं.
विद्यार्थियों को यह भय सता रहा है कि कहीं एडमिशन काउंटर तक पहुंचते- पहुंचते उनके मनचाहे ऑनर्स पेपर में कहीं नामांकन फुल होने की सूचना न चिपक जाये और मजबूरी में उन्हें कोई दूसरा सब्जेक्ट ऑनर्स पेपर के रूप में सेलेक्ट करना पड़े. यही कारण है कि विद्यार्थी धूप में भी एडमिशन काउंटर के पास लगी लंबी कतारों में खड़ी होकर घंटों अपनी बारी का इंतजार करते देखे जा रहे हैं.
पिछले कुछ वर्षों से स्नातक में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के सोचने के तरीके में काफी बदलाव देखा जा रहा है. कुछ वर्ष पूर्व जहां विद्यार्थी स्नातक में साइंस सब्जेक्ट से बचने की कोशिश करते थे, वहीं आजकल विद्यार्थी साइंस सब्जेक्ट में बढ़ – चढ़कर एडमिशन लेते हैं. साइंस में भी विद्यार्थी मैथ्स और फिजिक्स जैसे कठिन सब्जेक्ट को बेहिचक ऑनर्स पेपर के रूप में अपना रहे हैं.
यही कारण है कि कॉलेजों का साइंस सब्जेक्ट का सीट सबसे पहले भर जाता है. इसी प्रकार इन दिनों ऑर्टस सब्जेक्ट में ज्योग्राफी ऑनर्स रखने के लिए विद्यार्थी उतावले नजर आते हैं. एक कॉलेज में सफलता नहीं मिलने पर विद्यार्थी इन विषयों को ऑनर्स पेपर रखने के लिए दूसरे तथा तीसरे कॉलेजों का भी चक्कर लगा रहे हैं. हालांकि कई विद्यार्थी इन विषयों में एडमिशन नहीं मिलने पर दूसरे विषय भी ऑनर्स पेपर के रूप में रख रहे हैं.
* कई सब्जेक्ट में एडमिशन फुल का चिपक रहा नोटिस
जिले के कई डिग्री कॉलेजों में मैथ्स, फिजिक्स तथा ज्योग्राफी में एडमिशन फुल का नोटिस भी चिपकाया जा रहा है. इसके बावजूद विद्यार्थी अपनी ओर से कोई कोर – कसर नहीं छोड़ रहे हैं. वे इन विषयों में अपने नामांकन को लेकर कभी क्लर्क तो कभी किसी प्राध्यापक या फिर सीधे प्राचार्य से आग्रह करते देखे जो रहे हैं. विद्यार्थी किसी भी कीमत पर मैथ्स, फिजिक्स, ज्योग्राफी आदि सब्जेक्ट को ऑनर्स पेपर रखने को उतावले नजर आ रहे हैं.
हालांकि कॉलेजों में हर विषय के लिए सीट लिमिट रहने के कारण कॉलेजों की भी अपनी मजबूरी होती है. स्थानीय एसपीएम कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर के मजूमदार ने बताया कि मैथ्स, फिजिक्स, ज्योग्राफी आदि में सीट फुल हो चुका है. विद्यार्थियों की संख्या को देखते हुए सीट बढ़ाने के लिए लिखा गया है.