बिहारशरीफ : जल शक्ति अभियान को जिले में क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को केंद्र की तीन सदस्यीय टीम नालंदा पहुंची. इस टीम में रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव रवींद्र कुमार कर्ण, नीति आयोग के उप सचिव सुशील एक्का एवं सेंट्रल ग्राउंडवाटर बोर्ड रांची के अतुल वेक शामिल हैं.
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जल शक्ति अभियान को ले तीन सदस्यीय टीम पहुंची नालंदा
बिहारशरीफ : जल शक्ति अभियान को जिले में क्रियान्वयन को लेकर सोमवार को केंद्र की तीन सदस्यीय टीम नालंदा पहुंची. इस टीम में रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव रवींद्र कुमार कर्ण, नीति आयोग के उप सचिव सुशील एक्का एवं सेंट्रल ग्राउंडवाटर बोर्ड रांची के अतुल वेक शामिल हैं. केंद्रीय दल ने जिला पदाधिकारी, विभिन्न विभागों […]
केंद्रीय दल ने जिला पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के पदाधिकारी एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ सोमवार को स्थानीय हरदेव भवन में बैठक की. बैठक में जिला पदाधिकारी योगेंद्र सिंह ने केंद्रीय टीम के सदस्यों को जानकारी दी कि वर्ष 2017 के ग्राउंड वाटर के आंकड़े के आधार पर जिले के पांच प्रखंडों को जल शक्ति अभियान में शामिल किया गया है.
आंकड़ों के आधार पर गिरियक प्रखंड को ओवर एक्सप्लाइटेड (अत्यधिक दोहन) एवं शेष चार प्रखंडों को क्रिटिकल की श्रेणी में रखा गया है. जिला पदाधिकारी ने कहा कि जिले के अन्य प्रखंडों में भी भू-जल की स्थिति अच्छी नहीं है. इसलिए जल शक्ति अभियान को जिले के सभी 20 प्रखंडों में चलाया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि जल संरक्षण को लेकर विभिन्न विभागों द्वारा पूर्व से भी कार्य किये जा रहे हैं, लेकिन इस अभियान को सभी विभागों एवं पर्यावरण संरक्षण से जुड़े संगठनों के सहयोग से इसे जन आंदोलन का रूप दिया जायेगा. जन सहयोग से ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकेगा.
सभी विभागों के द्वारा जल संरक्षण के लिए योजनाओं, कार्यकलाप व उपलब्ध संसाधन के अनुरूप व्यावहारिक कार्ययोजना तैयार किया गया है, जिसके आधार पर जिले के लिए समेकित जल संरक्षण की कार्ययोजना तैयार की जायेगी. अभियान के तहत जल संरक्षण एवं वर्षा जल का संचय, जल निकायों व तालाबों का जीर्णोद्धार, भू-जल के रिचार्ज की संरचना का निर्माण व रख-रखाव, वाटर शेड का विकास, सघन पौधारोपण पर बल दिया जा रहा है.
इस अभियान में विभिन्न संगठनों जैसे- जीविका, नेहरू युवा केंद्र, एनएसएस, एनसीसी, स्काउट एंड गाइड, स्वयं सहायता समूह, एनजीओ, हरियाली मिशन व अन्य को शामिल किया गया है. अभियान के तहत सोक पिट (सोख्ता) का निर्माण किया जायेगा व जगह-जगह वृक्षारोपण किया जायेगा. सरकारी भवनों पर रेन वाटर हार्वेस्टिंग की जायेगी.
जिला पदाधिकारी, विभिन्न विभागों के पदाधिकारियों एवं विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर टीम ने जिले में जल संरक्षण की स्थिति का लिया जायजा
अभियान में शामिल प्रखंडों का भी दौरा करेगी टीम
अधिकारियों व सामाजिक संगठन के प्रतिनिधियों ने कहा
हरियाली मिशन के राजीव रंजन भारती ने कहा कि स्कूल बच्चों के माध्यम से अब तक चार लाख फलदार पौधे लगाये जा चुके हैं. जिला शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि विद्यालयों सोक पिट निर्माण, पौधारोपण व जल संरक्षण के लिए छात्र-छात्राओं को जागरूक किया जायेगा.
आशुतोष कुमार मानव ने भी जल संरक्षण एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए लोगों को जागरूक करने में सक्रिय सहयोग देने की बात कही. जिला मत्स्य पदाधिकारी ने बताया कि जिले में 823 जलकरों में मत्स्यपालन किया जा रहा है. निजी रूप से निर्मित करीब 1350 तालाब भी है.
इन तालाबों की आवश्यकतानुसार उड़ाही की जायेगी तथा पौधारोपण किया जायेगा. नगर आयुक्त ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में आठ तालाबों का सौंदर्यीकरण व जीर्णोंद्धार करने की प्रक्रिया चल रही है. नगर निगम क्षेत्र में यथासंभव गलियों में कंक्रीट की जगह पेवर ब्लॉक बिछाये जायेंगे. भवन निर्माण में रेन वाटर हार्वेस्टिंग का अनिवार्य कर दिया गया है.
कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसानों को कम पानी की जरूरत वाली फसल पद्धति एवं सिंचाई तकनीक का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया जा रहा है. कृषि विभाग द्वारा जीरो टिलेज धान की खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को जागरूक किया जा रहा है.
उपविकास आयुक्त ने बताया कि मनरेगा के तहत अब तक जिले में 791 जल संरचनाओं की उड़ाही की जा रही है. 200 जल संरचनाओं का जीर्णोद्धार किया जा रहा है. केंद्रीय टीम तीन दिन तक नालंदा में रहेगी और विभिन्न प्रखंडों में जाकर स्थल भ्रमण करेगी. इस दौरान जल संरक्षण के लिए किये जा रहे कार्यों को टीम के सदस्य देखेंगे .तथा अपने सुझाव भी देंगे.
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