28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

गड़बड़ी की शिकायत करनेवाला खुद फंसा

मनरेगा में अनियमितता. गायघाट के लोमा का मामला मुजफ्फरपुर : मनरेगा मजदूरी में फर्जीवाड़ा के शिकायतकर्ता अब खुद ही जांच के घेरे में आ गये हैं. मामला गायघाट प्रखंड के लोमा पंचायत का है. वर्ष 2011 में पंचायत के पंकज कुमार सिंह ने मुखिया और तत्कालीन पंचायत रोजगार सेवक के विरुद्ध जनता दरबार में मिट्टी […]

मनरेगा में अनियमितता. गायघाट के लोमा का मामला

मुजफ्फरपुर : मनरेगा मजदूरी में फर्जीवाड़ा के शिकायतकर्ता अब खुद ही जांच के घेरे में आ गये हैं. मामला गायघाट प्रखंड के लोमा पंचायत का है. वर्ष 2011 में पंचायत के पंकज कुमार सिंह ने मुखिया और तत्कालीन पंचायत रोजगार सेवक के विरुद्ध जनता दरबार में मिट्टी भराई योजना में मजदूरों को भुगतान नहीं करने की शिकायत की थी. डीएम ने मामले की जांच प्रखंड के वरीय प्रभारी से करायी थी. जांच रिपोर्ट के बाद मुखिया मनोज सहनी के साथ ही पीआरएस के विरुद्ध गायघाट थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी. लेकिन जब पूर्वी डीएसपी मुत्तफिक अहमद ने दर्ज कांड का पर्यवेक्षण किया तो मामला कुछ अलग ही निकला. हालांकि प्रखंड स्तरीय जांच में भी इस मामले के आरोपित मुखिया और पीआरएस को क्लीन चिट दे दी गयी थी.
जांच में फर्जी निकासी का नहीं मिला प्रमाण : गायघाट प्रखंड के लोमा पंचायत निवासी पंकज कुमार सिंह ने तत्कालीन मुखिया मनोज कुमार सहनी और पीआरएस पर मनरेगा की योजना संख्या-17/12-13 में जॉब कार्डधारी मजदूरी की मजदूरी में फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाया था. इस मामले में गायघाट थाने में 8 सितंबर 2016 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. मामले की जांच पूर्वी डीएसपी मुतफिक अहमद और स्थानीय प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी ने किया तो चुनावी रंजिश को लेकर मुखिया मनोज को फंसाने की बात सामने आयी. अभिलेखों के जांच में यह बात सामने आयी कि शिकायतकर्ता पंकज कुमार सिंह और उनके परिवार के लोगों ने ही काम कराया था. शिकायतकर्ता ही योजना के काम एवं मजदूरी भुगतान की निगरानी के लिए गठित अनुश्रवण समिति का सदस्य भी था और भुगतान भी उनकी देखरेख में करने की बात सामने आयी.
नाम का किया दुरुपयोग : जांच के दौरान शिकायतकर्ता पंकज कुमार सिंह के अपने नाम का दुरुपयोग कर योजनाओं का लाभ लेने का भी खुलासा हुआ है. यह खुलासा प्रतिरक्षा साक्ष्य के लिए दिये गये आवेदन से हुआ है. आरोपित मनोज सहनी ने एसएसपी विवेक कुमार को इस मामले में प्रतिरक्षा साक्ष्य देते हुए न्याय का आग्रह किया था. प्रतिरक्षा साक्ष्य में उन्होंने शिकायतकर्ता पंकज कुमार सिंह पर दो-दो नाम का प्रयोग कर सरकारी योजनाओं में फर्जीवाड़ा करने का खुलासा किया है. दिये गये आवदेन में कहा है कि पंकज कुमार सिंह एक अन्य नाम वसंत के नाम से भी योजनाओं का लाभ ले रहा है. उसने पंजाब नेशनल बैंक में बसंत कुमार के नाम से दसवीं का मार्कशीट जमा कर प्रधानमंत्री रोजगार योजना के तहत 1.42 लाख का ऋण प्राप्त किया है. वहीं वर्ष 2011 में मुखिया पद के लिए नामांकन पंकज कुमार सिंह के नाम से किया. इसके लिए दिये गये शपथ पत्र में भी दो नाम होने की बात छुपा ली थी.
फसल ऋण के लिए भी उसने फर्जी नाम का ही सहारा लिया था. डीएसपी पूर्वी कांड के अनुसंधानक को प्रतिरक्षा साक्ष्य में वर्णित इस तथ्य की जांच करने का निर्देश दिया है. जांच में नाम का दुरुपयोग साबित होने पर उसके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश दिया है.
मुखिया पर मजदूरी का पैसा हजम करने का आरोप
वरीय समाहर्ता की जांच पर डीएसपी ने उठाये सवाल
शिकायतकर्ता के दो-दो नामों के प्रयोग का हुआ खुलासा
डीएसपी ने दिया प्राथमिकी दर्ज करने का निर्देश
गवाह भी ले चुके हैं भुगतान
दर्ज प्राथमिकी में लोमा पंचायत के तीन लोग मुरारी सिंह, संजय सिंह और संतोष सिंह मनरेगा के उक्त काम में मजदूरी भुगतान नहीं होने की गवाही दी थी. लेकिन जांच में यह बात सामने आयी कि तीनों गवाहों ने उक्त योजना में 21-21 दिनों तक काम किया था. इसके मजदूरी 3024 रुपये का भुगतान चिरैला डाकघर से प्राप्त कर लिया था. साथ ही इस योजना में काम करनेवाले अन्य 24 मजदूरों ने भी मजदूरी का भुगतान प्राप्त कर लेने की बात बताते हुए इसका शपथ पत्र दायर कर दिया.
चुनावी रंजिश का हुआ खुलासा
डीएसपी पूर्वी की जांच के दौरान शिकायतकर्ता पंकज कुमार सिंह व तत्कालीन मुखिया मनोज कुमार सिंह के बीच राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता की बात भी सामने आयी है. वर्ष 2011 में शिकायतकर्ता पंकज और मनोज सहनी लोमा पंचायत से मुखिया पद का चुनाव लड़े थे. इस चुनाव में पंकज की हार हुई थी. फिर 2015 में भी पंकज को पराजित कर मनोज की पत्नी सोनी कुमारी ही मुखिया पद पर निर्वाचित हुई थी. इसके बाद से दोनों के बीच राजनीतिक लड़ाई शुरू हो गयी थी.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें