बंदरा : सरकार के निर्देश के बावजूद भी प्रखंड में धान क्रय केंद्र संचालित नहीं हो सका है. अधिकारियों की मानें, तो प्रखंड में कुल 12 धान क्रय केंद्र संचालित हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर एक भी केंद्र धरातल पर संचालित होता नहीं दिख रहा है. हालात यह है कि अबतक केंद्रों पर बोर्ड भी नहीं लग सका है. वहीं, किसान धान बेचने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने को मजबूर हैं.
हत्था पैक्स के अध्यक्ष नंदकिशोर द्विवेदी ने बताया कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने की जटिलता की वजह से किसानों की रुचि इस बार नहीं दिखती है. अबतक एक भी किसान रजिस्ट्रेशन कराकर उनके यहां धान बेचने नहीं पहुंचा है. मुन्नी के पैक्स अध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि नोटबंदी के बाद कुछ व्यवसाइयों की गुट ने पुराने नोट खपाने के उद्देश्यों से इलाके के टोला-टोला और कस्बा-कस्बा घूमकर धान की खरीद की है.