मुजफ्फरपुर : टॉपर्स घोटाले में आस्था श्रीवास्तव के नाम पर वारंट जारी होने के साथ ही इसकी आंच बीआरए बिहार विवि तक पहुंच गयी है. आस्था विवि के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार की बेटी हैं. उसकी गिरफ्तारी के लिए गुरुवार की शाम पटना से आयी एसआइटी की टीम विवि कैंपस स्थित उनके सरकारी आवास (लेक्चरर क्वार्टर नंबर आठ) पर छापेमारी करने पहुंची. हालांकि, घर पर ताला लटका हुआ था.
इसके बाद टीम के सदस्यों ने आसपास के आवासों में रह रहे लोगों से पूछताछ की. बाद में महिला थानाध्यक्ष सुनीता और विवि के प्रभारी थानाध्यक्ष शैलेंद्र सिंह के साथ शहर में उनके नजदीकी रिश्तेदारों से भी पूछताछ करने में जुटे रहे. बताया जाता है कि शहर में जिन लोगों से उनकी घनिष्ठता थी, एसआइटी ऐसे लोगों से संपर्क साधने में जुटी हुई है.
आस्था विवि के पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ पंकज कुमार की बेटी हैं. वह 2015 में इंटरमीडिएट की परीक्षा में साइंस की थर्ड टॉपर रह चुकी हैं. सूत्रों की मानें तो 2015 में डॉ पंकज कुमार विवि में परीक्षा नियंत्रक के पद पर थे. उनका बच्चा राय से बेहतर संबंध भी बताया जाता है. यही वजह है कि वह बच्चा राय के
एसआइटी के आने
बीएड कॉलेज के यूआर भी हैं. उसी साल उनकी बेटी बच्चा राय के कॉलेज से साइंस थर्ड की टॉपर हुई.
विवि में परीक्षा कार्यों में तब महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले एक और प्रोफेसर की बेटी भी बच्चा राय के कॉलेज से अच्छे अंकों से पास की है. सूत्र बताते हैं कि जल्द ही एसआइटी की जांच उन तक भी पहुंच सकती है. बताया जा रहा है कि मौजूदा समय में आस्था उसी डिग्री के बलबूते दूसरे प्रदेश में मेडिकल की तैयारी कर रही है. पंकज कुमार भी पिछले कई दिनों से शहर से बाहर हैं. वह मौजूदा समय में एलएस कॉलेज में फिजिक्स के प्रोफेसर के रूप में सेवा दे रहे हैं, लेकिन कॉलेज सूत्रों की मानें, तो वह बीमारी के नाम पर पिछले कई दिनों से छुट्टी पर हैं. उनके मोबाइल नंबर पर जब संपर्क करने की कोशिश की गयी, तो ऑफ मिला.
बंद मिला पूर्व परीक्षा नियंत्रक का घर
आसपास के लोगों से ली जानकारी
विवि थाने की पुलिस भी थी साथ
बंद है पूर्व परीक्षा नियंत्रक का फोन
कॉलेज से छुट्टी पर हैं पूर्व नियंत्रक
आस्था श्रीवास्तव रह चुकी
है 2015 में थर्ड टॉपर
पता लगाने में जुटे रहे अधिकारी
विवि में एसआइटी के आने की सूचना जैसे ही विवि के अधिकारियों व कर्मचारियों को मिली. सब लोग सक्रिय हो गये. सभी ये पता लगाने में जुटे रहे कि एसआइटी क्या कर रही है. देर रात तक इसका दौर चल रहा था. साथ ही विवि के अधिकारी ये जानने को उत्सुक दिखे कि एसआइटी की ओर से क्या कार्रवाई की जा रही है. वहीं, विवि की ओर से बच्चा राय के कॉलेजों की जांच की जा रही है.
तीन की हो चुकी है गिरफ्तारी
एसआइटी इससे पहले भी बच्चा राय के कॉलेजों को लेकर शहर आयी थी, तब आरबीबीएम की तत्कालीन प्राचार्य डॉ शकुंतला समेत तीन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी. आरबीबीएम की तत्कालीन प्राचार्य को इसलिए गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि वो बच्चा राय के कॉलेज के निदेशक मंडल में शामिल थीं. साथ ही भगवानपुर से एक शिक्षिका मीरा झा व खबड़ा से नंदकिशोर राय को गिरफ्तार किया गया था.